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हरिद्वार की कनखल पुलिस ने तीन साल की मासूम बच्ची के अपहरण के मामले को मात्र 10 घंटे में सुलझाकर बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने न केवल बच्ची को सकुशल बरामद किया, बल्कि अपहरणकर्ता को गाजियाबाद से गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस की इस तेज़ और प्रभावी कार्रवाई की हर ओर सराहना हो रही है।

चॉकलेट और नमकीन का लालच देकर किया मासूम का अपहरण

गुरुवार को कनखल क्षेत्र की एक महिला ने थाना पहुंचकर पुलिस को सूचना दी कि उसका परिचित बब्बू पुत्र ओमी, निवासी भीखनपुर सरकी, थाना सैदनंगली, जिला अमरोहा (उत्तर प्रदेश), दोपहर में उनके घर आया था। उसने चॉकलेट और नमकीन दिलाने के बहाने तीन वर्षीय बच्ची को अपने साथ ले लिया, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटा।

परिजनों ने बच्ची और आरोपी की हर जगह तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। जब उन्होंने बब्बू के मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की, तो फोन स्विच ऑफ मिला। मामले की गंभीरता को देखते हुए परिवार की शिकायत पर तुरंत अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया।

हरिद्वार पुलिस का त्वरित एक्शन, 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की छानबीन

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल को मामले की सूचना मिलते ही एसपी सिटी पंकज गैरोला और सीओ सिटी जूही मनराल को जांच की निगरानी का निर्देश दिया गया। कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल के नेतृत्व में कई पुलिस टीमें गठित की गईं।

चूंकि आरोपी का मोबाइल स्विच ऑफ था, इसलिए उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच करने का फैसला किया। घटनास्थल और आसपास के 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया, जिससे पता चला कि आरोपी बच्ची को लेकर ई-रिक्शा से हरिद्वार बस अड्डे पहुंचा और वहां से दिल्ली जाने वाली बस में सवार हो गया।

हरिद्वार से गाजियाबाद तक चला पुलिस का ऑपरेशन, आरोपी गिरफ्तार

हरिद्वार पुलिस ने तुरंत दिल्ली और आसपास के इलाकों में मुखबिरों को अलर्ट कर दिया। काफी तलाश के बाद पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास आर्यनगर में मौजूद है।

इसके बाद पुलिस टीम ने बिना देरी किए छापेमारी कर आरोपी को धर-दबोचा और बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया

पूछताछ में सामने आया चौकाने वाला सच

पुलिस पूछताछ में आरोपी बब्बू ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि बच्ची की मां ने ही उसकी शादी एक महिला से करवाई थी, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया।

बब्बू की पत्नी को उसकी शराब पीने और मारपीट करने की आदत से परेशानी होने लगी, जिससे तंग आकर उसने बब्बू को छोड़ दिया और अलग रहने लगी।

इसके बाद बब्बू, बच्ची की मां पर दबाव बनाने लगा कि वह उसकी पत्नी को वापस लाने में मदद करे। जब महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया, तो बब्बू ने बदला लेने के लिए मासूम बच्ची का अपहरण करने की साजिश रची

अपहरण के बाद वह बच्ची को गजरौला नहीं, बल्कि गाजियाबाद ले गया, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके। उसकी योजना थी कि वह बच्ची को लखनऊ ले जाएगा, लेकिन इससे पहले ही हरिद्वार पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया

हरिद्वार पुलिस की तत्परता से बची मासूम की जान

हरिद्वार पुलिस की तेज़ और सटीक जांच रणनीति की वजह से मात्र 10 घंटे में अपहरणकर्ता सलाखों के पीछे पहुंच गया और मासूम बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया।

इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस अधिकारियों और टीमों की काफी सराहना हो रही है, क्योंकि उनकी सूझबूझ और मुस्तैदी से एक मासूम की ज़िंदगी सुरक्षित रह पाई।

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