हरिद्वार के चर्चित गोलीकांड मामले में कोर्ट ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि खानपुर विधायक उमेश कुमार को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए चैंपियन और उनके परिवार के सभी नौ हथियारों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं।
चैंपियन ने जेल से भेजा पत्र, महापंचायत टालने की अपील
गोलीकांड के बाद गुर्जर समाज के लोगों ने चैंपियन के समर्थन में महापंचायत बुलाने की घोषणा की थी, लेकिन कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने खुद जेल से पत्र भेजकर इस महापंचायत को स्थगित करने की अपील की। उनकी पत्नी रानी देवयानी सिंह ने समाज के लोगों के बीच पत्र पढ़कर सुनाया, जिसमें चैंपियन ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का हवाला देते हुए महापंचायत को टालने की अपील की। उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहे हैं, जो प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
इसके अलावा, चैंपियन ने पत्र में यह भी बताया कि उनके बेटे कुंवर दिव्य प्रताप सिंह का राष्ट्रीय शूटिंग टीम में चयन हुआ है और समाज से अनुरोध किया कि वे दिव्य प्रताप को आशीर्वाद दें और इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दें।
महापंचायत स्थगित, लेकिन हजारों समर्थक पहुंचे रंगमहल
हालांकि, महापंचायत को स्थगित करने की घोषणा के बावजूद, बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग लंढौरा स्थित रंगमहल पहुंच गए। बढ़ती भीड़ को देखते हुए महल के गेट खोल दिए गए, जिसके बाद हजारों समर्थकों ने अंदर प्रवेश कर लिया।
इस दौरान राष्ट्रीय वीर गुर्जर महासभा के अध्यक्ष रविंद्र सिंह, जगादरी विधायक अर्जुन सिंह, मनीष सिंह तीतरो और रविंदर कुमार सिंह मिरगपुर ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रंगमहल गुर्जर समाज की आन-बान और शान का प्रतीक है और यदि कोई इसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, तो समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच एसपी देहात शेखर सुयाल, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, सीओ रुड़की नरेंद्र पंत समेत भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा।
गुर्जर मिलन समिति ने जताया आक्रोश, मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
इस घटना के बाद गुर्जर मिलन समिति हरिद्वार ने खानपुर विधायक उमेश कुमार पर समाज की भावनाओं को आहत करने और रंगमहल को लेकर आपत्तिजनक बयान देने के खिलाफ आक्रोश जताया। समिति ने प्रशासन पर भी निष्पक्ष कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
मंगलवार को समिति के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार, संरक्षक अनिल पंवार, मैनपाल सिंह, शिवकुमार, रवि कुमार, नीरज और तेजवीर सिंह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आशीष कुमार मिश्रा को सौंपा।
उन्होंने कहा कि खानपुर विधायक उमेश कुमार ने लंढौरा महल में पहुंचकर पिस्टल लहराई और रंगमहल को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जो किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए मांग की कि उमेश कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
पूर्व विधायक और परिवार के नौ हथियारों के लाइसेंस निलंबित
गोलीकांड की घटना के बाद प्रशासन ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनके परिवार के सभी नौ हथियारों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं।
जिलाधिकारी कमेंद्र सिंह ने पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की।
निलंबित हथियारों की सूची:
- कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन – पिस्टल, रिवॉल्वर और रायफल
- कुंवर दिव्य प्रताप सिंह (बेटे) – पिस्टल, रिवॉल्वर और रायफल
- रानी देवयानी (पत्नी) – रिवॉल्वर, पिस्टल और रायफल
इसके साथ ही, सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और 15 दिनों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
रविवार शाम खानपुर विधायक उमेश कुमार के आवास पर पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस दौरान चैंपियन एक हाथ में रायफल और दूसरे हाथ में पिस्टल लिए फायरिंग करते नजर आए। उनके समर्थक भी पिस्टल से फायरिंग करते देखे गए।
पुलिस ने इस मामले में लाइसेंसी हथियारों के दुरुपयोग की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी, जिसके बाद हथियारों के लाइसेंस निलंबित करने का फैसला लिया गया।
निष्कर्ष
हरिद्वार गोलीकांड के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। एक ओर कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन जेल में हैं, तो दूसरी ओर गुर्जर समाज उनके समर्थन में लामबंद हो रहा है। प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चैंपियन और उनके परिवार के सभी हथियारों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं।
हालांकि, चैंपियन ने जेल से पत्र लिखकर महापंचायत को स्थगित करने की अपील की, लेकिन इसके बावजूद हजारों की भीड़ लंढौरा रंगमहल पहुंच गई।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में आगे क्या कदम उठाता है और क्या खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं।