दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी क्षेत्र में स्थित एक धर्मशाला से चार लोगों के शव मिलने का मामला सामने आया है। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। टोडाभीम थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
सफाई के दौरान हुआ खुलासा
यह घटना रामकृष्ण धर्मशाला के कमरे नंबर 119 में हुई। धर्मशाला के कर्मचारी बाबूलाल योगी सफाई के लिए कमरे में पहुंचे, तो उन्होंने वहां चार शव देखे। इनमें दो शव बिस्तर पर और दो नीचे पड़े हुए थे। सूचना मिलते ही टोडाभीम थाना पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने का काम शुरू किया।
एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत
करौली एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि मृतकों की पहचान देहरादून निवासी सुरेंद्र कुमार (पिता), कमलेश (मां), नितिन (बेटा), और नीलम (बेटी) के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि चारों की मौत 2-3 घंटे पहले हुई थी।
कमरा बुक करने के लिए आधार कार्ड का उपयोग
पुलिस के अनुसार, 12 जनवरी को मृतक नितिन कुमार ने धर्मशाला में आधार कार्ड की आईडी देकर कमरा बुक कराया था। परिवार दो दिन से यहां ठहरा हुआ था और मंगलवार को उनकी वापसी की योजना थी।
सामूहिक आत्महत्या या दुर्घटना?
पुलिस ने प्राथमिक जांच में सामूहिक आत्महत्या की आशंका जताई है। हालांकि, यह भी संभावना है कि किसी जहरीले पदार्थ के सेवन से इनकी मौत हुई हो। एफएसएल टीम द्वारा मौके से साक्ष्य एकत्र किए गए हैं, और हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है।
एसपी कर रहे मॉनिटरिंग
घटना की गंभीरता को देखते हुए करौली एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय स्वयं मामले की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस सभी संभावित एंगल से जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
स्थानीय लोगों में दहशत
इस घटना के बाद मेहंदीपुर बालाजी क्षेत्र में भय और चिंता का माहौल है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।