Demo

देहरादून (रायवाला): रायवाला में पुराने हाईवे के पास एक निर्माणाधीन भवन में गोवंशी शिशु का कटा हुआ सिर मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। भवन मालिक आशुतोष नेगी की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय ग्रामीणों ने गुस्से में थाने का घेराव किया और जमकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि गोवंशी की हत्या कर उसका सिर जानबूझकर निर्माणाधीन गोदाम में फेंका गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।

पुलिस की जांच पर उठे सवाल

पुलिस का दावा है कि एक गर्भवती गाय की मौत के बाद उसे पास की खाली जमीन में दफनाया गया था। पुलिस के मुताबिक, किसी कुत्ते ने गाय के बच्चे का सिर निकालकर निर्माणाधीन भवन में फेंक दिया। हालांकि, जब ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा बताए गए स्थान का निरीक्षण किया, तो वहां कोई दफनाने के निशान नहीं मिले।

इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस की कहानी को खारिज करते हुए दोषियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कटे सिर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच के लिए एक टीम गठित की है।

मदरसे में नमाज को लेकर विवाद

हिंदू संगठनों ने रायवाला के पास स्थित एक मदरसे में नमाज पढ़ाए जाने पर भी आपत्ति जताई। उनका आरोप है कि मदरसे में पढ़ाई नहीं होती, बल्कि नमाज के लिए अन्य क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अन्य संगठनों ने इस पर विरोध जताते हुए मदरसे की जांच की मांग की है।

पुलिस ने बताया कि मदरसे के प्रबंधन को नोटिस भेजकर जवाब मांगा जाएगा और स्थिति की जांच की जाएगी। तनाव को देखते हुए शुक्रवार को मदरसे में नमाज नहीं पढ़ी गई।

अतिरिक्त पुलिस बल तैनात

घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका को देखते हुए डोईवाला और ऋषिकेश से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। वहीं, विहिप और अन्य संगठनों ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

सीलिंग भूमि पर कब्जे की जांच रुकी

घटना के कारण ग्राम सभा रायवाला में सीलिंग भूमि पर कब्जे की जांच भी टालनी पड़ी। पुलिस बल की अनुपलब्धता के कारण तहसील प्रशासन को नई तारीख तय करनी पड़ी।

निष्पक्ष जांच का आश्वासन

रायवाला थाना प्रभारी बीएल भारती ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क है।

यह भी पढें- देहरादून: दिल्ली स्थित उत्तराखंड निवास में आमजन के ठहरने की अनुमति, जानें कितना होगा शुल्क

Share.
Leave A Reply