रविवार रात हल्द्वानी के नया बाजार में भीषण अग्निकांड हुआ, जिसमें पांच दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। इस हादसे में एक करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। घटना रात करीब 8 बजे की है, जब ताज चौराहे के पास स्थित एक लेदर अटैची की दुकान से आग की लपटें उठती देखी गईं। देखते ही देखते आग ने पास की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
आग की चपेट में आई दुकानें
आग ने सुबोध गुप्ता की लेदर अटैची की दुकान, दानिश की बाबा शूज, रॉयल टच रेडीमेड गारमेंट्स, गांधी आश्रम और सरदार क्लॉथ हाउस को पूरी तरह खाक कर दिया। इनमें रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।
फायर ब्रिगेड को पहुंचने में हुई देरी
आग की सूचना पर स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और अग्निशमन विभाग को बुलाया। लेकिन संकरी गलियों और बाजार के जटिल ढांचे के कारण दमकल गाड़ियों को मौके पर पहुंचने में करीब 40 मिनट का समय लग गया। जब तक दमकल विभाग ने आग बुझाने का काम शुरू किया, तब तक पांच दुकानें पूरी तरह जल चुकी थीं।
चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू
आग की भयावहता को देखते हुए हल्द्वानी के अलावा दूसरे जिलों से भी दमकल गाड़ियों को बुलाना पड़ा। जेसीबी मशीनों की मदद से कुछ दुकानों को तोड़कर आग पर काबू पाया गया। चार घंटे की लगातार मेहनत के बाद आग बुझाई जा सकी।
बाजार में मची अफरा-तफरी
आग लगते ही बाजार में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन भीषण लपटों के आगे सभी प्रयास विफल रहे। घटना के समय अधिकतर दुकानें बंद थीं, जिससे कई दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा।
आग लगने का कारण अब तक अज्ञात
फायर ब्रिगेड के अधिकारी मनिंदर पाल सिंह ने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। घटना की जांच की जा रही है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
हल्द्वानी के बाजारों में इससे पहले भी कई बार आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। संकरी गलियों और बाजार के अव्यवस्थित ढांचे के कारण हर बार आग बुझाने में दमकल विभाग को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस घटना ने एक बार फिर हल्द्वानी के बाजारों की सुरक्षा व्यवस्था और अग्निशमन विभाग की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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