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देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 9 दिसंबर को शिक्षा निदेशालय द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के टॉपर छात्रों को शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से विभिन्न भारतीय राज्यों की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता से परिचित कराना है। कार्यक्रम के तहत 157 मेधावी छात्र-छात्राएं हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली की यात्रा करेंगे। मुख्यमंत्री ने इन छात्रों की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने भ्रमण पर जाने वाले छात्रों को किट प्रदान की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “यह शैक्षिक भ्रमण न केवल छात्रों के ज्ञानवर्धन का माध्यम बनेगा, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।” उन्होंने छात्रों को उत्तराखंड का ‘ब्रांड एम्बेसडर’ बताते हुए उनसे आग्रह किया कि वे अन्य राज्यों में उत्तराखंड की भाषा, संस्कृति, परंपराओं और देवभूमि की विशेषताओं का प्रचार-प्रसार करें।

छात्रों को मिलेगा अन्य राज्यों की सांस्कृतिक विविधता को समझने का मौका

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह अभिनव पहल छात्रों को अन्य राज्यों की विविध परंपराओं और सामाजिक ढांचे को करीब से समझने का अवसर देगी। यह यात्रा छात्रों के व्यवहारिक ज्ञान को भी समृद्ध करेगी। उन्होंने कहा, “आप जहां भी जाएं, वहां उत्तराखंड के विशेषताओं के साथ-साथ शीतकालीन यात्रा के महत्व को भी उजागर करें।”

स्थानीय भाषाओं और संस्कृति के संरक्षण पर जोर

मुख्यमंत्री ने प्रदेश की समृद्ध भाषाई और सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए कहा, “गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी हमारी सांस्कृतिक पहचान हैं, जबकि हिंदी हमारी प्राणवायु है।” उन्होंने स्थानीय भाषाओं और परंपराओं को संरक्षित और प्रोत्साहित करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। इसके तहत, स्थानीय बोलियों में पुस्तक लेखन और फिल्म निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि ये धरोहरें आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहें।

प्रेरणा का स्रोत बनेगा यह प्रयास

सीएम धामी ने कार्यक्रम को उत्तराखंड सरकार का एक अनूठा प्रयास बताया और कहा कि यह अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा बनेगा। यह पहल छात्रों को न केवल शैक्षिक दृष्टिकोण से लाभान्वित करेगी, बल्कि उन्हें विभिन्न संस्कृतियों के साथ संवाद स्थापित करने और उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाने का अवसर भी प्रदान करेगी।

इस अवसर पर कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक और छात्रों के परिजन भी उपस्थित थे।

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