ऋषिकेश के नटराज चौक पर हुए भीषण सड़क हादसे में उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के वरिष्ठ नेता और राज्य आंदोलनकारी त्रिवेंद्र पंवार समेत तीन लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर दी। बुधवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिवंगत त्रिवेंद्र पंवार के घर पहुंचकर उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और इस दुर्घटना को प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया।
दुर्घटना पर सीएम धामी ने जताई संवेदना
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि त्रिवेंद्र पंवार के निधन से उत्तराखंड ने एक सच्चा योद्धा और जनता के अधिकारों के लिए संघर्षरत नेता खो दिया है। उन्होंने बताया कि इस हादसे की जांच के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। साथ ही ऋषिकेश में ट्रांसपोर्ट नगर की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है और पार्किंग जैसी समस्याओं को भी जल्द हल किया जाएगा।
श्रद्धांजलि और अंतिम संस्कार
त्रिवेंद्र पंवार का पार्थिव शरीर सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश से देहरादून रोड स्थित उनके आवास लाया गया, जहां कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका अंतिम संस्कार पूर्णानंद घाट पर किया गया। इस दौरान उनके बेटे आलोक पंवार ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में यूकेडी कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। गमगीन माहौल में पंवार को विदाई दी गई।
राज्य निर्माण और समाज सेवा में अग्रणी भूमिका
यूकेडी के कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष एपी जुयाल ने कहा कि त्रिवेंद्र पंवार हमेशा उत्तराखंड की समस्याओं के प्रति मुखर रहे। राज्य निर्माण आंदोलन में उनकी भूमिका अग्रणी रही और वर्तमान में भी वह भ्रष्टाचार, भूमाफिया और शराब माफिया के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने भू-कानून और मूल निवास जैसे मुद्दों पर भी संघर्ष किया।
नेताओं और समाज का शोक संदेश
त्रिवेंद्र पंवार के निधन पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, निवर्तमान मेयर अनीता ममगाईं और राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट सहित कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। सभी ने उनके योगदान को याद करते हुए इसे प्रदेश के लिए एक बड़ी क्षति करार दिया।