उत्तराखंड में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बड़ा बदलाव किया गया है। सोमवार को 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया, जबकि कार्यवाहक डीजीपी की भूमिका निभा रहे 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार को अब एडीजी (जेल) का दायित्व सौंपा गया है।
पुलिस विभाग के लिए यह दिन काफी अहम रहा, क्योंकि दीपम सेठ को राज्य पुलिस का सर्वोच्च पद संभालने का मौका मिला। वहीं, लंबे समय से कार्यवाहक डीजीपी की भूमिका में रहे अभिनव कुमार से यह जिम्मेदारी वापस लेते हुए उन्हें जेल विभाग की कमान सौंपी गई। हालांकि, उम्मीद की जा रही थी कि अभिनव कुमार को शासन में कोई प्रमुख जिम्मेदारी दी जा सकती है, लेकिन फिलहाल उन्हें एडीजी जेल के पद पर नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा, आईपीएस अधिकारियों के कार्यक्षेत्रों में भी व्यापक बदलाव किया गया है। आईजी जेल के रूप में तैनात विमला गुंज्याल को अब आईजी विजिलेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, विजिलेंस विभाग में तैनात एसएसपी धीरेंद्र गुंज्याल को बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है। धीरेंद्र गुंज्याल का अगले साल जनवरी में डीआईजी पद पर प्रमोशन प्रस्तावित है।
गौरतलब है कि अब तक जेल विभाग में आईजी जेल का पद सर्वोच्च माना जाता था, लेकिन आईपीएस अभिनव कुमार के लिए एडीजी रैंक का पद सृजित कर उनकी नियुक्ति की गई है। वहीं, एडीजी (कानून व्यवस्था) का पद फिलहाल खाली है, जिससे संकेत मिलते हैं कि जल्द ही पुलिस विभाग में और भी अहम बदलाव हो सकते हैं।
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