देहरादून में शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिला प्रशासन द्वारा इसे रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह समस्या खत्म होने की बजाय और बढ़ती जा रही है।
हाल ही में, जिलाधिकारी (डीएम) ने कार्यभार संभालते ही इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया था। उन्होंने खुद फील्ड में जाकर शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग की जांच की और इस पर कार्रवाई शुरू की। इसके परिणामस्वरूप कुछ स्थानों पर ओवर रेटिंग अस्थायी रूप से रुकी, लेकिन अन्य जगहों पर यह सिलसिला जारी रहा।
जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद दुकानदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे। कार्रवाई के दौरान कई दुकानों पर चालान काटे गए, लेकिन इसका दुकानदारों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। शिकायतें लगातार बढ़ने लगीं, जिससे प्रशासन की छवि पर नकारात्मक असर पड़ रहा था।
लगातार मिल रही शिकायतों और हालात में सुधार न होने के कारण आबकारी आयुक्त हरिचंद सेमवाल ने देहरादून के जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजौला को उनके पद से हटाने का निर्णय लिया। उन्हें मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। हालांकि, अभी तक उनके स्थान पर किसी अन्य अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है।
आबकारी आयुक्त ने कहा कि बार-बार की शिकायतें विभाग की साख को नुकसान पहुंचा रही थीं। ऐसे में जिला आबकारी अधिकारी पर कार्रवाई करना अनिवार्य हो गया था। प्रशासन ने यह कदम उठाकर यह संदेश दिया है कि ओवर रेटिंग जैसे मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अब देखना यह होगा कि नए अधिकारी की नियुक्ति के बाद इस समस्या पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सकेगी या नहीं। प्रशासन के इस फैसले को जनता के बीच सकारात्मक नजरिए से देखा जा रहा है।
यह भी पढें-