Demo

देहरादून: राज्य सरकार द्वारा हाईकोर्ट में छात्रसंघ चुनाव कराने में असमर्थता जताने के बाद छात्रों में आक्रोश फैल गया है। शुक्रवार को डीएवी कॉलेज में गुस्साए छात्रों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कॉलेज परिसर में बनी पानी की टंकी का ताला तोड़कर उस पर चढ़कर अपना गुस्सा जाहिर किया। विरोध के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और नोकझोंक की स्थिति भी पैदा हो गई। छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द चुनाव कराने का फैसला नहीं लिया गया, तो पूरे राज्य में उग्र आंदोलन किया जाएगा। गुरुवार को भी छात्रों ने कॉलेज बंद करवाकर सरकार की नीयत पर सवाल उठाए और धरने पर बैठ गए।

कॉलेज गेट पर धरना, टीचरों को रोका गया

छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए डीएवी कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर दिया, जिससे कई छात्र बाहर फंसे रह गए। कॉलेज में प्रवेश कर रहे टीचरों को भी छात्रों ने अंदर नहीं जाने दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एबीवीपी के छात्र नेता ऋषभ मल्होत्रा और एनएसयूआई के हरीश जोशी ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर चुनाव टाल रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि जल्द चुनाव की घोषणा नहीं हुई, तो पूरे प्रदेश के छात्र सड़कों पर उतरेंगे।

अन्य कॉलेजों में भी प्रदर्शन, तालाबंदी और धरने

छात्रसंघ चुनाव की मांग सिर्फ डीएवी कॉलेज तक सीमित नहीं रही। एमकेपी पीजी कॉलेज की छात्राओं ने भी कॉलेज गेट के सामने धरना दिया और चुनाव की बहाली की मांग की। एसजीआरआर पीजी कॉलेज में भी छात्रों ने विरोध करते हुए तालाबंदी की और कॉलेज परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव छात्रों के हित में हैं, लेकिन सरकार जानबूझकर छात्रों की आवाज दबा रही है। छात्रों ने यह चेतावनी भी दी कि अगर इस साल चुनाव नहीं हुए, तो वे मजबूर होकर बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे

हरिद्वार हाईवे पर जाम, परीक्षा भी प्रभावित

छात्रों का गुस्सा ऋषिकेश स्थित श्री देव सुमन विश्वविद्यालय कैंपस में भी देखने को मिला। यहां छात्रों ने कुलपति का पुतला जलाया और गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एमएससी की परीक्षा होने वाली थी, लेकिन छात्रों ने परीक्षा देने आए विद्यार्थियों को भी कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र हाईवे पर बैठकर धरने पर अड़ गए, जिससे हरिद्वार हाईवे पर दोनों तरफ लंबा जाम लग गया।

छात्र संगठनों की एकजुटता, आंदोलन की चेतावनी

एबीवीपी और एनएसयूआई जैसे प्रमुख छात्र संगठन एकजुट होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। उनका कहना है कि सरकार अगर छात्रसंघ चुनावों को लेकर गंभीर होती, तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं सुना गया, तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में नितिन चौहान, बलबीर कुंवर, अभिषेक पंवार और ऋतिक नेगी प्रमुख रूप से शामिल रहे।

देहरादून और आसपास के कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव को लेकर बढ़ते असंतोष ने स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया है। छात्रों का आरोप है कि सरकार चुनावों को टालकर छात्रों के हितों की अनदेखी कर रही है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है या छात्रों का आंदोलन और तेज होता है।

यह भी पढें- उत्तरकाशी में मस्जिद हटाने की मांग को लेकर हालात दूसरे दिन भी संवेदनशील , जिसके कारण धारा 163 लागू

Share.
Leave A Reply