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हरिद्वार: इस साल गंगा महोत्सव का आयोजन पहली बार हरिद्वार में 4 नवंबर को किया जाएगा, जिसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। चंडी घाट स्थित नमामि गंगे घाट पर इस महोत्सव का भव्य कार्यक्रम होगा। इस आयोजन में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

तैयारियों की समीक्षा:

गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के उद्देश्य से होने वाले इस महोत्सव के आयोजन स्थल का निरीक्षण नेशनल मिशन ऑफ क्लीन गंगा के एमडी राजीव कुमार मित्तल ने स्थानीय अधिकारियों के साथ किया। उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

गंगा महोत्सव का उद्देश्य और कार्यक्रम:

राजीव कुमार मित्तल ने जानकारी दी कि हर साल 4 नवंबर को गंगा महोत्सव का आयोजन किया जाता है, और यह इस महोत्सव का आठवां संस्करण होगा। इस बार इसे गंगा तट पर मनाने के लिए उत्तराखंड को चुना गया है। पहले यह महोत्सव कई बार दिल्ली में आयोजित किया गया था, लेकिन इस बार गंगा के पवित्र तट पर इसे मनाने का निर्णय लिया गया है।महोत्सव में नमामि गंगे योजना के अंतर्गत किए गए प्रयासों और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के साथ ही विभिन्न संस्थानों द्वारा गंगा को स्वच्छ और अविरल बनाने के लिए किए गए कार्यों को उजागर किया जाएगा। कार्यक्रम में गंगा से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जिसमें स्वच्छता, संरक्षण, और समुदाय की भागीदारी शामिल होगी।

भव्य समापन:

यह एक दिवसीय कार्यक्रम सुबह से शुरू होगा और शाम को गंगा आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समाप्त होगा। गंगा महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ गंगा आरती का विशेष आयोजन किया जाएगा, जिससे पर्यटकों और स्थानीय निवासियों में विशेष उत्साह है। हरिद्वार में गंगा महोत्सव का आयोजन न केवल गंगा के महत्व को रेखांकित करेगा, बल्कि इसके संरक्षण और स्वच्छता के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों को भी उजागर करेगा।

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