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हल्द्वानी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहर में सड़क चौड़ीकरण के कारण प्रभावित व्यापारियों के लिए एक विशेष शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि शहर के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है, ताकि प्रभावित व्यापारी अपनी रोजी-रोटी को सुचारू रूप से जारी रख सकें। बुधवार सुबह मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में कई संगठनों और प्रभावित व्यापारियों से मुलाकात की। व्यापारियों ने दुकानों के विस्थापन के बाद उत्पन्न कठिनाइयों को लेकर राहत की मांग की। इस पर सीएम धामी ने आश्वासन दिया कि सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया में जिनकी दुकानें प्रभावित होंगी, उन्हें नए शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में स्थानांतरित किया जाएगा।

सरलीकरण, समाधान और निस्तारण पर जोर

सीएम ने बताया कि सरकार का उद्देश्य विकास की धारा को समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए तीन बिंदुओं—सरलीकरण, समाधान, और निस्तारण—पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही, कुमाऊं कमिश्नर और जिला प्रशासन को जनसमस्याओं का तत्काल समाधान करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर विधायक सरिता आर्य, राम सिंह कैड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष डॉ. अनिल कूपर डब्बू, दिनेश आर्य, दीपक महरा और डॉ. जोगेंद्र रौतेला सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। भाजपा जिला मंत्री बहादुर सिंह नगदली ने ओखलकांडा के सुनी और वारी क्षेत्रों के लिए मोटर मार्ग निर्माण की मांग भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। इस दौरान ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह, हेम वारियाल, नितिन राणा, और खीमा शर्मा भी मौजूद थे।

चौकीदार संगठन ने उठाई मानदेय बढ़ाने की मांग

उत्तराखंड ग्राम चौकीदार ग्रुप की ओर से भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दयाकिशन पांडे ने बताया कि पिछले 18 वर्षों से कार्यरत चौकीदारों को केवल ₹2000 मासिक मानदेय मिलता है, जो बेहद कम है। उन्होंने मानदेय में वृद्धि सहित कई अन्य मांगें उठाईं। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने 9:30 बजे देहरादून के लिए प्रस्थान किया।

बेटे की मौत के न्याय के लिए मां की गुहार, जांच अधिकारी बदला गया

हल्द्वानी: एक सड़क हादसे में बेटे की मौत के बाद न्याय की तलाश में संघर्षरत एक मां ने चौकी इंचार्ज की कार्यशैली को लेकर आपत्ति जताते हुए जांच अधिकारी बदलने की मांग की। आंबेडकरनगर वार्ड-27 की निवासी रेखा ने आरोप लगाया कि 25 सितंबर को बनभूलपुरा के गली नंबर 8 की निवासी आयशा मलिक ने तेज रफ्तार से कार चलाते हुए उनके 10 वर्षीय बेटे भानु को टक्कर मार दी, जिससे गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसकी मौत हो गई। रेखा का आरोप है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद मेडिकल चौकी प्रभारी प्रवीण तेवतिया समझौते का दबाव बना रहे हैं और उनका व्यवहार ठीक नहीं है। रेखा ने बुधवार को सीओ सिटी नितिन लोहनी से मिलकर शिकायत की और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। तत्काल कार्रवाई करते हुए सीओ लोहनी ने जांच को मेडिकल चौकी से हटाकर मंडी चौकी प्रभारी भुवन सिंह राणा को सौंप दिया।

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