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उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के हेलीकॉप्टर की खराब मौसम के कारण आपातकालीन लैंडिंग कराई गई, जिससे प्रशासन और स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। यह घटना पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी क्षेत्र में हुई, जहां हेलीकॉप्टर को रालम गांव के पास एक खेत में सुरक्षित उतारा गया।

खराब मौसम बना वजह, सभी यात्री सुरक्षित

इस हेलीकॉप्टर में मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ उत्तराखंड के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे भी सवार थे। हिमालयी क्षेत्र में अचानक बिगड़े मौसम के चलते हेलीकॉप्टर को आगे ले जाना जोखिमभरा हो गया, जिसके बाद पायलट ने रालम में सुरक्षित आपात लैंडिंग का फैसला लिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्टि की कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं, और मुनस्यारी प्रशासन की टीम मौके पर सहायता के लिए पहुंच गई है।

ट्रेकिंग के लिए निकले थे मिलम

जानकारी के अनुसार, राजीव कुमार और उनकी टीम देहरादून से हेलीकॉप्टर द्वारा मुनस्यारी के मिलम गांव में ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए थे। लेकिन हिमालयी क्षेत्र में मौसम में अचानक खराबी आने के कारण उन्हें रालम में लैंडिंग करनी पड़ी।

ओल्ड लिपू से कैलास दर्शन की अनुमति को लेकर होटल संघ ने उठाए सवाल

इस बीच, पिथौरागढ़ जिले में ओल्ड लिपू दर्रे से कैलास दर्शन की अनुमति को लेकर होटल संघ ने नाराजगी जाहिर की है। होटल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र भट्ट ने कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु धारचूला पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कैलास दर्शन की अनुमति नहीं मिल रही। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल हेलीकॉप्टर सेवा से आने वाले यात्रियों को ही कैलास दर्शन की विशेष अनुमति दी जा रही है, जबकि आम यात्रियों को आदि कैलास और ऊं पर्वत तक सीमित रखा गया है। भट्ट ने कहा कि हेलीकॉप्टर यात्रा काफी महंगी है, जिसका खर्च हर किसी के बस में नहीं है।

स्थानीय टूर ऑपरेटरों को भी मिले अनुमति

भट्ट ने आगे कहा कि स्थानीय टूर ऑपरेटर, जो सीमा क्षेत्र में सुरक्षा और पर्यटन गतिविधियों का वर्षों से संचालन कर रहे हैं, को भी ओल्ड लिपू से कैलास दर्शन की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने इस भेदभावपूर्ण नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना आवश्यक है। इस मुद्दे को लेकर हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी गुंजी में धरना दिया, मांग की कि सभी श्रद्धालुओं को ओल्ड लिपू से कैलास दर्शन की अनुमति प्रदान की जाए।

यह घटनाक्रम उत्तराखंड में पर्यटन, प्रशासन और चुनाव आयोग के कामकाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा को तेज कर सकता है। वहीं, राहत की बात यह है कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।

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