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भारतीय वायुसेना और उत्तराखंड युद्ध स्मारक की संयुक्त वायु वीर कार रैली सोमवार को देहरादून पहुंची। इस अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। कार रैली सियाचिन, लेह और श्रीनगर जैसे दुर्गम क्षेत्रों से गुजरते हुए दून पहुंची। इस दौरान रैली में भाग लेने वाले प्रमुख सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। विंग कमांडर विजय प्रकाश भट्ट , ग्रुप कैप्टन विनय अग्निहोत्री , एवरेस्ट विजेता कर्नल अश्विनी पवार , मेजर स्वाति , और तीस अन्य वीरों को इस कार्यक्रम में विशेष सम्मान प्रदान किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को भारतीय वायुसेना के प्रति आकर्षित करना और उनकी वीरता व उपलब्धियों से प्रेरित करना है।

रैली की ऐतिहासिक यात्रा और उद्घटन

वायुसेना-उत्तराखंड युद्ध स्मारक रैली की शुरुआत 1 अक्टूबर को नई दिल्ली के राष्ट्रीय समर स्मारक से की गई थी। रैली के माध्यम से वायुसेना न केवल अपनी गौरवशाली उपलब्धियों से देश के युवाओं को अवगत करा रही है, बल्कि उनमें सशस्त्र सेनाओं के प्रति सम्मान की भावना भी विकसित कर रही है। इस ऐतिहासिक अभियान का नेतृत्व देहरादून निवासी विंग कमांडर विजय प्रकाश भट्ट कर रहे हैं। वहीं, रैली के ‘वार रूम’ का संचालन दिल्ली स्थित वायुसेना साहसिक निदेशालय से ग्रुप कैप्टन नमित रावत द्वारा किया जा रहा है। रैली के दौरान 17 प्रमुख पड़ावों को कवर किया जाएगा और यह हिमालयी क्षेत्र से होते हुए तिब्बत-चीन सीमा के समीप तवांग के प्रसिद्ध बौद्ध मठ में समाप्त होगी।

7,000 किमी की साहसिक यात्रा

पूर्व राज्यसभा सांसद और उत्तराखंड युद्ध स्मारक के संस्थापक तरुण विजय ने बताया कि यह रैली कुल 7,000 किमी की यात्रा तय करेगी। देशभर में यह विभिन्न युद्ध स्मारकों और वीरता स्थलों से होकर गुजरेगी, जिससे युवाओं को सेना के गौरवशाली इतिहास और साहसिक परंपराओं से परिचित कराया जा सके। दून में यह कार्यक्रम चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल पर आयोजित हुआ, जहां राज्यपाल समेत वायुसेना के अधिकारियों और गणमान्य अतिथियों ने शहीदों को नमन किया।

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