पैगंबर मोहम्मद के प्रति की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों से आहत मुस्लिम समुदाय ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद और महाराष्ट्र के रामगिरि महाराज पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि इन टिप्पणियों से न सिर्फ उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, बल्कि इससे समाज में अशांति फैलाने की कोशिश की गई है।
प्रदर्शन और नाराजगी
रविवार की शाम बाजपुर में सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरे। मुड़िया पिस्तौर ईदगाह से जुलूस की शक्ल में नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी भगत सिंह चौक पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने दोनों आरोपितों के पुतले जलाकर अपना गुस्सा जाहिर किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय कोतवाली में जाकर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए तहरीर सौंपी।
आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है, जो न केवल धर्म के प्रति अपमानजनक है बल्कि इससे पूरे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। इसी तरह, महाराष्ट्र के रामगिरि महाराज पर भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। प्रदर्शनकारियों ने दोनों आरोपितों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की टिप्पणियां केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं की जातीं, बल्कि समाज में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा भड़काने की साजिश के तहत की जाती हैं।
धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना को गंभीरता से लिया जाए और आरोपितों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन से यह भी अपील की कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।इस प्रदर्शन ने धार्मिक असहिष्णुता और समाज में बढ़ते तनाव पर एक बार फिर से ध्यान आकर्षित किया है, और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है ताकि शांति और सद्भाव बना रहे।
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