देहरादून। देहरादून पुलिस ने शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब शहर के किसी भी हिस्से में नो पार्किंग क्षेत्र में खड़े किए गए वाहनों को टो कर ट्रैफिक कार्यालय ले जाया जाएगा और वाहन स्वामियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए पुलिस ने पहले से मौजूद 9 क्रेनों के साथ 12 अतिरिक्त क्रेनों की तैनाती की है।

वाहनों पर बढ़ा नियंत्रण, यातायात का दबाव होगा कम

शहर में यातायात के बढ़ते दबाव और जाम की समस्या को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने कई मुख्य सड़कों और मार्गों को चिह्नित किया है, जहां वाहनों का आवागमन अत्यधिक रहता है। इन मार्गों पर खड़े वाहनों के कारण यातायात बाधित होता है, जिससे जाम की स्थिति बनती है। ऐसे स्थानों पर पुलिस की ओर से प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल, देहरादून के प्रमुख क्षेत्रों जैसे ऋषिकेश, मसूरी, घंटाघर, आइएसबीटी, बल्लूपुर, सहस्रधारा और आइटी पार्क में नौ क्रेनों का संचालन किया जा रहा है। अब अतिरिक्त 12 क्रेनों की तैनाती से इस अभियान को और मजबूती मिलेगी।

पुलिस की सख्ती से यातायात नियमों का उल्लंघन कम

बीते आठ महीनों में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। इस अवधि में लगभग 10 हजार चालान किए गए हैं। इनमें से रैश ड्राइविंग और गलत दिशा में वाहन चलाने वाले 1189 चालकों के खिलाफ और ओवरस्पीडिंग एवं प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करने वाले 8539 चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

अभियान के तहत क्रेनों के रूट

पुलिस ने इस अभियान को सटीक और सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों और मार्गों पर क्रेनों के रूट भी निर्धारित किए हैं। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित मार्ग शामिल हैं:

1. ऋषिकेश के ढालवाला-नटराज चौक-मंसा देवी-श्यामपुर

2. नटराज चौक-दून तिराहा-चंद्रभागा घाट-एम्स तिराहा

3. मसूरी टैक्सी स्टैंड से फायर स्टेशन

4. मसूरी के पिक्चर पैलेस से किंग क्रेग

5. दून के घंटाघर से चकराता रोड और अन्य मुख्य मार्ग

6. आइएसबीटी से सहारनपुर चौक, रेलवे स्टेशन

7. कारगी चौक से अजबपुर फ्लाईओवर, विधानसभा तिराहा, जोगीवाला

अन्य मार्गों में बल्लूपुर चौक, कैंट, राजपुर रोड, सर्वे चौक और सेलाकुई बाजार शामिल हैं। इस अभियान का उद्देश्य यातायात की बाधाओं को दूर करना और शहर की सड़कों को जाममुक्त बनाना है।पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से उम्मीद है कि देहरादून में यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और सड़क दुर्घटनाओं और जाम की समस्या पर भी अंकुश लगेगा।

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