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देहरादून पुलिस ने उत्तर भारत में सक्रिय अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना बाबा अमरीक उर्फ मलकीत सिंह को शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से गिरफ्तार कर लिया। बाबा अमरीक लंबे समय से फरार चल रहा था, जिस पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित कई राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश थी। पुलिस ने पहले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, और अब इस मामले में बाबा अमरीक की गिरफ्तारी से गिरोह की गतिविधियों पर रोक लगने की संभावना है।

कई राज्यों में दर्ज हैं धोखाधड़ी के 18 मुकदमे

एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, गिरोह ने विभिन्न राज्यों में सस्ते दामों पर जमीन बेचने का लालच देकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। बाबा अमरीक पर विभिन्न प्रदेशों में कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं। यह गिरोह खासतौर पर लोगों को जमीन खरीदने के झांसे में फंसाकर उनसे बड़ी धनराशि ठगता था। इस मामले में पूर्व में मोहम्मद अदनान, अमजद अली, शरद गर्ग, साहिल और रणवीर को गिरफ्तार किया गया था, जबकि मुख्य आरोपी बाबा अमरीक तब से फरार था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट भी हासिल कर रखा था।

फर्जी जमीन सौदों से करता था ठगी

पूछताछ में बाबा अमरीक ने खुलासा किया कि वह अपने गिरोह के साथ मिलकर लोगों को सस्ती जमीन का लालच देकर ठगी करता था। लोगों का भरोसा जीतने के लिए वह जमीन की मिट्टी सूंघकर उन्हें आश्वासन देता था कि यह जमीन उनके लिए उपयुक्त है। इसके बाद, उनसे मोटी रकम वसूल कर रजिस्ट्री के नाम पर बार-बार टालमटोल करता और मौका मिलते ही फरार हो जाता। गिरोह अब तक अरबों रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है।

टीम ने कई राज्यों में दबिश देकर किया गिरफ्तार

बाबा अमरीक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई प्रदेशों में दबिश दी। आखिरकार शुक्रवार को पुलिस ने पंचकुला, हरियाणा के नाडा साहिब निवासी बाबा अमरीक को पांवटा साहिब, हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। उसे राजपुर थाने लाया गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में थाना प्रभारी राजपुर पीडी भट्ट, प्रवेश रावत, सतेंद्र पंवार और नीरज कुमार शामिल थे। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरोह द्वारा की गई धोखाधड़ी की कई अन्य घटनाओं का भी पर्दाफाश हो सकेगा।

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