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अब उत्तराखंड सरकार ने शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, सिंचाई विभाग 13 प्रमुख शहरों के लिए ड्रेनेज प्लान की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने में जुटा हुआ है। मानसून के दौरान हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर सहित कई जिलों के इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्याएं देखने को मिलीं, जिससे निपटने में प्रशासनिक तंत्र विफल रहा।

शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या गंभीर

हर वर्ष मानसून के समय राज्य के शहरी इलाकों में हल्की बारिश से भी सड़कों पर जलभराव हो जाता है। कई जगहों पर पानी घरों और दुकानों में घुसकर आम लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर देता है। कई स्थानों पर तो स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। उत्तराखंड के शहरी क्षेत्र, जो अनियोजित विकास का शिकार हो चुके हैं, वर्षों से इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन और शहरों में बढ़ती आबादी के कारण जल निकासी का प्रभावी ढांचा अब अवरुद्ध हो चुका है। जिस जमीन पर कभी वर्षाजल का प्रवाह होता था, वहां अब सीमेंट और कंक्रीट का जंगल खड़ा हो गया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर 13 शहरों के लिए तैयार हो रही डीपीआर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की स्थिति सुधारने के लिए हर शहर का ड्रेनेज प्लान तैयार करने का आदेश दिया है। सिंचाई विभाग इस दिशा में 13 शहरों की डीपीआर तैयार कर रहा है, जिनमें से कुछ लगभग तैयार हो चुकी हैं। सिंचाई विभाग के विभागाध्यक्ष जेपी सिंह ने जानकारी दी है कि डीपीआर तैयार होते ही इन्हें शासन को भेजा जाएगा, जिसके बाद अन्य जिला मुख्यालयों के शहरों की डीपीआर पर काम शुरू किया जाएगा।

इन शहरों के लिए बन रही डीपीआर

वर्तमान में जिन शहरों के लिए ड्रेनेज प्लान की डीपीआर बनाई जा रही है, उनमें निम्नलिखित शहर शामिल हैं:

– देहरादून

– हरिद्वार

– रुद्रपुर –

काशीपुर

– मसूरी

– खटीमा

– सितारगंज

– उत्तरकाशी

– रुड़की

– टनकपुर

– वनबसा

– पिथौरागढ़

– ऋषिकेश एवं स्वर्गाश्रम इसके अलावा मुनिकी रेती में भी निर्माण कार्य चल रहा है।

भगवानपुर का कार्य पूर्ण

सिंचाई विभाग के अनुसार, भगवानपुर शहर और भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र में ड्रेनेज प्लान से संबंधित कार्य पूरे हो चुके हैं।

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