देहरादून: उत्तराखंड में पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली के लिए कर्मचारियों ने बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया है। इस अभियान में शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों की बड़ी संख्या ने हिस्सा लिया। प्रदेश अध्यक्ष जीत मणि पैन्यूली के नेतृत्व में अधिकारियों और कर्मचारियों ने यूनिफाइड पेंशन सिस्टम (UPS) का पुरजोर विरोध किया और केवल पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग उठाई। राष्ट्रीय स्तर पर गुरुवार को आयोजित इस अभियान ने सोशल मीडिया पर दिनभर ट्रेंड किया, जिसमें उत्तराखंड के कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
देहरादून से लेकर प्रदेश के अन्य मुख्यालयों, निदेशालयों, विधानसभा और सचिवालय के अधिकारियों-कर्मचारियों ने एकजुट होकर अपनी मांग को मजबूत किया। कर्मचारी संगठनों ने ऐलान किया है कि दो से छह सितंबर तक वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे। प्रदेश प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने स्पष्ट किया कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों का अधिकार है और इसे बहाल करने के लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा पेंशन प्रणाली उत्तराखंड के हजारों कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है, क्योंकि अधिकतर कर्मचारी 40-42 वर्ष की उम्र में नौकरी शुरू करते हैं, जिससे वे UPS का लाभ नहीं उठा पाएंगे। कर्मचारियों का आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक अक्तूबर 2005 से पहले वाली पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं हो जाती।
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