हरिद्वार पुलिस ने बीएचईएल हरिद्वार में हुई एक करोड़ की चोरी के आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपितों में शामली, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, और ज्वालापुर के निवासी शामिल हैं। ज्वालापुर निवासी कबाड़ी शाहनवाज ने अपने तीन साथियों के साथ इस चोरी को अंजाम दिया था। पुलिस ने चुराए गए माल का 50 प्रतिशत बरामद कर लिया है, लेकिन कई गंभीर खामियां उजागर हुई हैं।
बीएचईएल हरिद्वार की सुरक्षा व्यवस्था की जांच में पाया गया कि प्रबंधन की ओर से घोर लापरवाही बरती गई है। बीएचईएल के अंडर कवर एरिया में सीआईएसएफ की सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन इनकी नियमित मॉनीटरिंग की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी। परिणामस्वरूप, 2 मई की रात हुई चोरी सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई, लेकिन इसकी जानकारी बीएचईएल प्रबंधन को तब लगी जब श्रमिक संगठनों ने शोर मचाया।
पुलिस ने बताया कि चोरों ने अंडर कवर एरिया से लगभग 1926 किलोग्राम कीमती धातु चुराई, जिसकी कुल कीमत करीब एक करोड़ 99 लाख रुपए है। चोरों ने सुरक्षा व्यवस्था की खामियों का फायदा उठाते हुए 24 घंटों की मैन्युअल और तकनीकी निगरानी के बावजूद चोरी की।
चोरों के अंडर कवर एरिया में प्रवेश के समय बिजली बंद हो गई और कैमरे भी बंद हो गए, जिससे चोरी को छुपाना आसान हो गया। बीएचईएल प्रबंधन ने चोरी के बजाय इसे गुम होना बताया, और चोरी का पता तब चला जब श्रमिक संगठनों ने इसका खुलासा किया।यह मामला बीएचईएल की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों और प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है, जिसके कारण इतने बड़े पैमाने पर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया।
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