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रुद्रपुर, उत्तराखंड: मंगलवार रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने तराई क्षेत्र के रुद्रपुर शहर को जलमग्न कर दिया। करीब सवा नौ बजे शुरू हुई हल्की बारिश ने बाद में रौद्र रूप ले लिया, जो कभी तेज तो कभी रिमझिम होकर बुधवार सायं करीब सवा तीन बजे तक लगातार जारी रही। इस भारी बारिश से शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

तीन पानी डैम का जलस्तर बढ़ने से घरों में घुसा पानी

तीन पानी डैम में ऊपर से बहाव इतना तेज हो गया कि आसपास के घरों में पानी घुस गया। इसके चलते एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला और प्रभावित इलाकों से करीब 300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। नगर आयुक्त नरेशचंद्र दुर्गापाल, एसडीएम मनीष बिष्ट और तहसीलदार दिनेश कुटौला ने हालात का जायजा लिया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

मुखर्जी नगर, जगतपुरा और सिडकुल क्षेत्र में बाढ़ का कहर

रुद्रपुर के जगतपुरा, मुखर्जी नगर, ट्रांजिट कैंप, सिडकुल क्षेत्र, रविंद्र नगर, और आजाद नगर जैसे इलाकों में भीषण जलभराव हुआ। इन इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कल्याणी नदी भी उफान पर आ गई, जिससे इसके किनारे बसे इलाकों में हालात और बिगड़ गए। प्रशासन ने इन इलाकों से भी सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

विधायक और एसएसपी ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया

विधायक शिव अरोरा और एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। नगर निगम की सतर्कता के कारण मुख्य बाजार और चौराहों पर स्थिति कुछ हद तक नियंत्रित रही।

पुलिस और प्रशासन की तत्परता

पुलिस और प्रशासन की तत्परता ने कई लोगों की जान बचाई। तहसीलदार दिनेश कुटौला के अनुसार, कल्याणी नदी के पास बसे क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने के बाद एसडीआरएफ की टीम ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन किया। 250 लोगों को प्राथमिक विद्यालय आवास विकास, जूनियर हाईस्कूल आवास विकास और भंडारी सैनिक कान्वेंट स्कूल में शरण दी गई। वहीं, आजाद नगर और मुखर्जी नगर के 60 लोगों को निजी स्कूल में शरण दी गई। उनके भोजन का प्रबंध जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार द्वारा किया गया।

किच्छा बाईपास और अन्य सड़कें जलमग्न

किच्छा बाईपास रोड पर भी जलभराव के कारण यातायात को रोक दिया गया। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के आवास और आसपास के क्षेत्रों में भी पानी भर गया। इस क्षेत्र में स्थित ऑटोमोबाइल शोरूम्स भी प्रभावित हुए। प्रशासन ने गंगापुर रोड के मोड़ पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को वापस मोड़ दिया।

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चंपावत और पिथौरागढ़ में भी बाढ़ की स्थिति

चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों में भी भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई। पूर्णागिरि मार्ग समेत कई अन्य सड़कें बंद हो गईं, जिससे यात्रा करने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान तक पहुंच गया।रुद्रपुर में प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन लगातार बारिश और जलभराव ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर बने रहने की अपील की है।

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