दमुवाढूंगा निवासी 47 वर्षीय कमलकांत छिम्वाल की कानपुर से वापसी के दौरान ट्रेन में मौत हो गई। शनिवार सुबह लालकुआं स्टेशन पहुंचने पर उनका फोन एक अनजान व्यक्ति ने उठाया और स्वजनों को सूचना दी कि कमलकांत ट्रेन में बेसुध पड़े हैं। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है।कमलकांत छिम्वाल जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के निवासी थे और एक दवा कंपनी में काम करते थे। उनके परिवार में दो बेटे हैं। बड़ा बेटा पैथोलॉजी कोर्स कर रहा है जबकि छोटा बेटा हाल ही में आईआईटी कानपुर में चयनित हुआ है।छोटे बेटे का एडमिशन कराने गए थे कानपुरकमलकांत अपने छोटे बेटे का एडमिशन कराने के लिए कानपुर गए थे। शुक्रवार रात उन्होंने परिवार को फोन कर लौटने की सूचना दी थी।

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इसके बाद उनका फोन नहीं उठा। शनिवार सुबह लालकुआं स्टेशन पहुंचने पर एक अनजान व्यक्ति ने उनके फोन से सूचना दी कि कमलकांत ट्रेन में बेसुध पड़े हैं। उन्हें तत्काल एसटीएच ले जाया गया, मगर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी लेकिन किसी को इसका पता नहीं चला।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट होने की बात कही जा रही है। परिवार में इस घटना से कोहराम मचा हुआ है और हर कोई स्तब्ध है।

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