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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि सरकारी तकनीकी संस्थानों से पासआउट होने वाले छात्रों को अधिकतम कैम्पस प्लेसमेंट मिले।मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक संस्थानों की आवश्यकताओं के अनुसार तकनीकी संस्थानों में आधुनिक कोर्स और उपकरणों की व्यवस्था की जाए। तकनीकी संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों के रोजगार और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के संबंध में स्पष्ट डाटा रखा जाए। साथ ही राज्य के युवाओं को प्रदेश में ही रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराए जाएं ताकि उन्हें बाहर न जाना पड़े। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले तीन वर्षों में पॉलिटेक्निक के माध्यम से 6490, सरकारी क्षेत्र में 369 और सामुदायिक विकास योजना के तहत 552 युवाओं को रोजगार मिला। आगामी वर्ष में आईआईटी रुड़की के सहयोग से विभिन्न राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थाओं में वर्चुअल लैब की स्थापना और प्रशिक्षण दिया जाएगा। उत्तराखंड राज्य करियर काउंसिलिंग सेंटर की भी स्थापना की जाएगी।बैठक में प्रमुख अधिकारी जैसे उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, और अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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