उत्तरकाशी के मोरी तहसील में स्थित सालरा गांव में सोमवार सुबह 11:30 बजे के करीब एक भयानक अग्निकांड हुआ, जिसमें आधा दर्जन से अधिक भवन आग की चपेट में आ गए। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। गांव में लगभग 70-75 परिवार रहते हैं और यह घटना उनके लिए एक बड़ी आपदा साबित हुई है।
जैसे ही आग की सूचना मिली, ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन को सूचित किया। आग की भयावहता को देखते हुए, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने राज्य सरकार से हेलीकॉप्टर की मांग की ताकि आग को जल्दी से जल्दी बुझाया जा सके। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने भी घटना की गंभीरता को समझते हुए उपजिलाधिकारी पुरोला और तहसीलदार मोरी से घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
आग की सूचना मिलते ही सालरा गांव की ओर एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व टीम और अग्निशमन टीम रवाना हो गई। यह गांव सड़क मार्ग से करीब तीन किलोमीटर पैदल दूरी पर स्थित है, जिससे राहत एवं बचाव कार्यों में कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, गांव में पानी का स्रोत भी आधा किलोमीटर दूर है, जिससे आग बुझाने में और भी मुश्किलें आईं।
जिलाधिकारी ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों में मदद के लिए वायु सेना से हेलीकॉप्टर भेजे जाने हेतु अनुरोध किया गया है। प्रशासन लगातार ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीणों से संपर्क बनाए हुए है ताकि राहत कार्यों में कोई कमी न हो। ग्राम प्रधान सालरा द्वारा इस सम्बंध में सूचना दिए जाने के तुरंत बाद एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व टीम मौके पर पहुंचने के लिए रवाना हो गई।
मोरी से अग्निशमन टीम भी घटनास्थल के लिए रवाना की गई है। इसके अलावा, मेडिकल टीम, वन विभाग और पशु चिकित्सा टीम भी मौके पर पहुंचने के लिए रवाना हो चुकी हैं ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान की जा सके।
जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार, इस आग में चार मकान पूरी तरह से आग की चपेट में आ गए हैं। हालांकि, ग्रामीणों और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया के कारण और भी बड़े नुकसान से बचा जा सका है। आग की वजह से गांव के लोगों में काफी दहशत फैल गई है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने घटना के तुरंत बाद राहत कार्यों का जायजा लिया और उपजिलाधिकारी पुरोला व तहसीलदार मोरी को निर्देश दिए कि वे घटना स्थल पर तेजी से राहत कार्य संचालित करें। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी प्रकार की मदद की आवश्यकता हो, तो उसे तुरंत पूरा किया जाएगा।
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सालरा गांव में हुए इस भयानक अग्निकांड ने न केवल वहां के निवासियों को हिला कर रख दिया है, बल्कि प्रशासन को भी त्वरित कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया है। इस कठिन समय में, प्रशासन की तत्परता और ग्रामीणों की सामूहिक प्रयासों ने यह सुनिश्चित किया है कि आग को और अधिक फैलने से रोका जा सके। हेलीकॉप्टर की मांग और वायु सेना से मदद की अपील दर्शाती है कि स्थिति कितनी गंभीर थी और इसे नियंत्रित करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए।