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सहारनपुर के चर्चित कारोबारी अजय कुमार गुप्ता का नाम विवादों में अकसर सुर्खियों में रहता है। उनके विवादों का सफर उत्तराखंड से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक फैला हुआ है। हाल ही में बिल्डर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अजय गुप्ता का विवादित इतिहास उत्तराखंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों जगह पर गहरा रहा है।

अजय गुप्ता का उत्तराखंड में खासा प्रभाव रहा है। सरकार की ओर से उन्हें जेड प्लस सुरक्षा भी प्रदान की गई थी। उत्तराखंड शासन ने वर्ष 2018 में उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी थी, जो उनके प्रभाव और पहुंच को दर्शाती है। जब भी वह उत्तराखंड के दून क्षेत्र में आते थे, तो उनके साथ सुरक्षा का मजबूत घेरा होता था। उनकी दून क्षेत्र में कर्जन रोड पर एक विशाल कोठी है, जो करीब 25 बीघा जमीन में फैली हुई है। इस कोठी में सुरक्षा की इतनी सख्त व्यवस्था है कि सुरक्षाकर्मियों को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं होती है। कोठी की देखरेख और व्यवस्था की जिम्मेदारी गुप्ता बंधुओं के पुराने और विश्वसनीय लोगों पर है।

गुप्ता बंधु, जिनमें अजय गुप्ता, राजेश गुप्ता, और अतुल गुप्ता शामिल हैं, ने दक्षिण अफ्रीका में एक विशाल कारोबारी साम्राज्य खड़ा किया। अजय गुप्ता वर्ष 1993 में कारोबार के लिए दक्षिण अफ्रीका चले गए थे। उनके पिता शिव कुमार सहारनपुर में राशन दुकान चलाते थे, जहां उनका पुश्तैनी मकान भी था। दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधु राष्ट्रपति जैकब जुमा के करीबी माने जाते थे। इस नजदीकी के चलते गुप्ता बंधुओं का प्रभाव इतना बढ़ गया कि अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के दबाव में जैकब जुमा को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ा। वर्ष 2018 में, दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधुओं के घरों पर जोहान्सबर्ग पुलिस ने छापेमारी की थी। इस दौरान परिवार के एक सदस्य को गिरफ्तार भी किया गया था।

अजय गुप्ता ने अपने बेटे की शादी का रिसेप्शन उत्तराखंड के चमोली जिले के औली में आयोजित किया था। यह विवाह समारोह भी विवादों से घिरा रहा। औली एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है, और यहां गुप्ता बंधुओं द्वारा किए गए विवाह समारोह ने स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों के बीच विवाद पैदा किया। इस समारोह में लाखों रुपए खर्च किए गए और भारी मात्रा में कचरा पैदा हुआ, जिससे पर्यावरण को नुकसान हुआ।

अजय गुप्ता का उत्तराखंड से गहरा संबंध रहा है, और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अपने कारोबार को भी बखूबी फैलाया। उनके प्रभाव और विवादों की कहानी दोनों जगहों पर समान रूप से चर्चित रही है। उनके पास धन और शक्ति का मिश्रण है, जिसने उन्हें इन विवादों के केंद्र में रखा है।

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अजय कुमार गुप्ता का नाम विवादों से जुड़ा हुआ है, और उनका सफर उत्तराखंड से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक फैला हुआ है। उनका प्रभाव और विवादित इतिहास एक ऐसा विषय है जो हमेशा चर्चाओं में बना रहता है। उनके खिलाफ लगे आरोप और विवाद उनकी छवि को धूमिल करते हैं, परंतु उनकी शक्ति और पहुंच उन्हें हमेशा चर्चा का केंद्र बनाए रखती है।

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