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हल्द्वानी के काठगोदाम क्षेत्र में एक दर्दनाक और भयावह घटना सामने आई है, जहां युवकों ने अपने ही दोस्त पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में न केवल युवक का सिर फोड़ दिया गया, बल्कि धारदार हथियार से उसका अंगूठा भी काट दिया गया। घायल युवक की मां ने पुलिस को तहरीर सौंपकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

हल्द्वानी के काठगोदाम क्षेत्र में रहने वाली साहिमा सिद्दीकी ने अपने बेटे आसिफ के साथ हुए इस अमानवीय हमले की कहानी पुलिस को विस्तार से बताई। साहिमा के अनुसार, उनके बेटे आसिफ की पड़ोस के कुछ लड़कों से पहले अच्छी दोस्ती थी। लेकिन, बाद में किसी अज्ञात वजह से इन लड़कों के साथ आसिफ के संबंध खराब हो गए और वे रंजिश रखने लगे।

हिमा सिद्दीकी ने पुलिस को दिए अपने शिकायती पत्र में बताया कि 5 मई को भी इन युवकों ने आसिफ को बुरी तरह पीटा था। उस दिन मारपीट के बाद इन लड़कों ने माफी मांग ली थी, जिससे मामला वहीं शांत हो गया था। लेकिन 11 मई को इन लड़कों ने एक षड्यंत्र रचते हुए फोन करके आसिफ को काठगोदाम चुंगी पर बुलाया।

आसिफ जब काठगोदाम चुंगी पर पहुंचा, तो आरोपियों ने पहले से योजना बनाकर उसे कार से टक्कर मार दी। इस टक्कर के कारण आसिफ बाइक से गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद लगभग दर्जनभर लोगों ने मिलकर उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने धारदार हथियार से आसिफ का अंगूठा काट दिया और किसी वजनदार चीज से उसका सिर फोड़ दिया।

हिमा सिद्दीकी ने अपने बेटे की इस हालत को देखकर काठगोदाम पुलिस स्टेशन में जाकर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साहिमा का कहना है कि उनका बेटा आसिफ निर्दोष है और उसे षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है।

काठगोदाम थानाध्यक्ष विमल मिश्रा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। विमल मिश्रा का कहना है कि इस प्रकार की हिंसा किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आरोपियों को उनके कृत्य की सजा जरूर मिलेगी।

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर किस कारण से दोस्ती रंजिश में बदल गई। समाज के लोगों का कहना है कि आपसी झगड़े और रंजिश का परिणाम हमेशा ही घातक होता है और इसे समय रहते सुलझा लेना चाहिए।

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इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। आसिफ की हालत गंभीर है और उसके परिवार वाले न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पुलिस की ओर से जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा? क्या हमारे समाज में व्याप्त रंजिश और हिंसा को खत्म करने का कोई उपाय है? यह सोचने का विषय है और इसके लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना होगा।

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