Demo

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले की श्यामपुर गाँव की मनीषा चौहान का चयन भारतीय महिला हॉकी टीम में होने से समूचे क्षेत्र में उत्साह और गर्व की लहर दौड़ गई है। मनीषा का चयन उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और दृढ़ संकल्प की कहानी है जो प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है।

मनीषा का जन्म 1999 में हुआ था और वे बचपन से ही खेलों की शौकीन थीं। उनके पिता, ज्ञान सिंह, जो कि बीएसएफ से सेवानिवृत्त हैं, ने हमेशा उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। मनीषा ने अपनी स्कूली शिक्षा श्रीराम विद्या मंदिर श्यामपुर में पूरी की जहाँ उन्होंने हॉकी खेलना शुरू किया। उनकी इस खेल में रुचि धीरे-धीरे प्रगाढ़ होती गई और उन्होंने विभिन्न राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंटों में भाग लिया।

यह भी पढ़े: मुरादाबाद से दोस्तों से मिलने देहरादून आया आशुतोष, लांग – ड्राइव बनी लास्ट ड्राइव, इस कारण दुनिया को अलविदा कह गए पांच दोस्त

मनीषा ने 2016 में जूनियर वुमन नेशनल प्रतियोगिता में उत्तराखंड टीम की कमान संभाली और उसके बाद 2018 में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस दिल्ली में उनका चयन हुआ। 2019 में उन्होंने केन्या और बांगलादेश में अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट खेले और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। 2020 में उन्होंने आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी और खेलो इंडिया गेम्स में भाग लिया। 2021 में उन्हें फर्स्ट हॉकी इंडिया सीनियर वुमन इंटर डिपार्टमेंट नेशनल चैंपियनशिप में कप्तानी का मौका मिला और उन्होंने बेस्ट मिडफील्डर का अवार्ड जीता।

मनीषा का चयन हाल ही में पुणे में आयोजित 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर वुमन नेशनल चैंपियनशिप में उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर हुआ।

Share.
Leave A Reply