25 मार्च 2024 को वादी श्री प्रदीप कुमार 51 शिमला एन्क्लेव पूर्व सेवलाकला थाना कोतवाली पटेलनगर जनपद देहरादून द्वारा थाना पटेलनगर पर एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि दिनांक 17-02-2024 को वह कुछ दिनों के लिये अपने परिवार सहित शादी मे अलीगढ गये थे, जब वापस आये तो देखा कि उनके घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ था तथा घर का सारा सामान बिखरा पडा था, अज्ञात चोर द्वारा उनके घर की अलमारी से लाखो रुपये की ज्वैलरी, नगदी व लैपटॉप आदि सामान चोरी कर लिया था। जिस सम्बन्ध में थाना पटेलनगर पर धारा 380 भादवि पंजीकृत किया गया ।
घटना के अनावरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में तत्काल थाना पटेलनगर पर पुलिस टीम का गठन किया गया, गठित टीम द्वारा घटना के सम्बन्ध में वादी तथा आस-पास के लोगों से पूछताछ करते हुए आवश्यक जानकारियां एकत्रित की गई, साथ ही घटनास्थल व उसके आस-पास आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन करते हुए घटना में शामिल संदिग्ध अभियुक्तों के हुलिये की जानकारी की गई। फुटेजों के अवलोकन से घटना स्थल के आस-पास दो संदिग्ध व्यक्ति घूमते हुए दिखाई दिये, जिनके सम्बन्ध में जानकारी करने हेतु मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया तथा मुखबिर की सूचना पर दिनांक 16-03-2024 को घटना में शामिल 02 अभियुक्तों 01: दिलशाद पुत्र शमशेर तथा 2: फरमान उर्फ मोनू पुत्र मुनव्वर को तेलपुर चौक से आगे बडोवाला से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त गणो की तलाशी लेने पर उनके कब्जे से घटना मे चोरी की गई ज्वैलरी व अन्य सामान बरामद हुआ। अभियुक्तों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि वे दोनो दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं तथा उनके द्वारा जल्दी पैसा कमाने के लालच में घटना को अजांम दिया गया था।
उनके द्वारा मजदूरी के काम पर आते-जाते समय लगभग 02 से 03 दिनों तक उक्त घर की रैकी की गयी थी तथा घर में किसी के मौजूद न होने की तसल्ली होने पर उनके द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था। घटना के बाद पुलिस से पकडे जाने के डर से उनके द्वारा घटना में चोरी की गई ज्वैलरी व अन्य सामान को टी-स्टेट के जंगलों में छिपा दिया गया था तथा आज वे उक्त ज्वैलरी व सामान को मेरठ ले जाकर बेचने की फिराक में थे, पर उससे पूर्व ही पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्तगणो को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजा गया।