सहस्त्रधारा रोड पर नगर निगम के पुराने ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण का टेंडर परिचित को न मिलने से नाराज सल्ट (अल्मोड़ा) से भाजपा विधायक महेश जीना ने मंगलवार की शाम देहरादून नगर निगम में जमकर हंगामा किया। उन्होंने नगर आयुक्त (आईएएस) गौरव कुमार के कार्यालय में घुसकर न केवल उनसे अभद्रता की बल्कि आरोप है कि नगर आयुक्त से गाली-गलौज तक की गई।
सहस्त्रधारा रोड पर नगर निगम के पुराने ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण का टेंडर परिचित को न मिलने से नाराज सल्ट (अल्मोड़ा) से भाजपा विधायक महेश जीना ने मंगलवार की शाम देहरादून नगर निगम में जमकर हंगामा किया।
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उन्होंने नगर आयुक्त (आईएएस) गौरव कुमार के कार्यालय में घुसकर न केवल उनसे अभद्रता की बल्कि आरोप है कि नगर आयुक्त से गाली-गलौज तक की गई। विधायक ने नगर आयुक्त पर टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
विधायक के दुर्व्यवहार पर नगर आयुक्त का पारा भी चढ़ गया और उन्होंने इस्तीफा देने की भी बात कह डाली। घटना की सूचना मिलते ही नगर निगम के समस्त कर्मचारी आक्रोशित हो गए और विधायक के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक विधायक माफी नहीं मांग लेते, तब तक दून शहर का कूड़ा उठान कार्य व नगर निगम के समस्त कार्य ठप रहेंगे।देहरादून में सहस्रधारा रोड पर नगर निगम का पुराना ट्रेंचिंग ग्राउंड है, जिसे दिसंबर-2027 में बंद कर दिया गया था। हालांकि, वहां लाखों मीट्रिक टन कचरा अभी भी जमा है। इस कूड़े के निस्तारण के लिए नगर निगम ने करीब 28 करोड़ रुपये के कार्य का टेंडर पिछले दिनों निकाला था।
बताया जा रहा कि सल्ट विधायक महेश जीना के परिचित ने भी टेंडर में आवेदन किया। नगर निगम ने उनका टेंडर अयोग्य करार देकर निरस्त कर दिया। मंगलवार शाम करीब साढ़े तीन बजे सल्ट विधायक महेश जीना अपने समर्थकों के साथ नगर निगम में पहुंचे। यहां उन्होंने स्वास्थ्य अनुभाग में टेंडर को लेकर जानकारी मांगी, लेकिन आरोप है कि कर्मचारियों के बजाए एक निजी कंपनी का कर्मचारी उन्हें जवाब देने लगा। इस पर विधायक का पारा चढ़ गया और वह सीधे नगर आयुक्त गौरव कुमार के कक्ष में घुस गए। समर्थकों के साथ विधायक ने नगर आयुक्त का घेराव किया व कक्ष में जमकर हंगामा काटा। विधायक ने नगर आयुक्त पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए और तू-तड़ाक पर उतर आए।
आरोप है कि नगर आयुक्त के साथ गाली-गलौज भी की गई। शोर-शराबा सुनकर वहां नगर निगम के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी पहुंच गए। नगर आयुक्त ने विधायक की ओर से की जा रही अभद्रता का विरोध किया, लेकिन विधायक नहीं माने। विधायक का कहना था कि टेंडर से जुड़ी फाइल उन्हें दिखाई जाए। नगर आयुक्त ने कई बार विधायक से अभद्रता न करने का आग्रह किया और अंत में आयुक्त ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेजने की बात कह डाली। नगर आयुक्त अपने कक्ष से बाहर आ गए। जिसके बाद नगर निगम कर्मचारियों ने सल्ट विधायक और उनके समर्थक को घेरकर विरोध शुरू कर दिया। मामले की नजाकत को देखते हुए विधायक व उनके समर्थक वहां से निकल गए।