खबर उत्तराखण्ड से जहां केदारनाथ धाम में आगामी मार्च महीने से फिर से पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि काफी कुछ हद तक उस समय की परिस्थितियों पर टीभी निर्भर रहेगा। वहीं, केदारनाथ पैदल मार्ग पर फरवरी अंतिम सप्ताह से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। भीमबली से लेकर केदारनाथ धाम तक आठ किमी पैदल मार्ग पर बर्फ हटाई जानी है। यहां तीन से चार फीट बर्फ जमी है।
दरअसल,केदारनाथ धाम में इन दिनों माइनस 12 डिग्री सेल्सियस तक तापमान है। बीते दिसंबर माह में अधिक ठंड बढ़ने से अंतिम सप्ताह में पुनर्निर्माण कार्य में लगे तीन सौ से अधिक मजदूर केदारनाथ धाम से वापस लौट गए थे। सिर्फ आइटीबीपी, पुलिस व मंदिर समिति के कर्मचारी ही केदारनाथ धाम में हैं।
बता दें की फरवरी के शुरुआत में केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर तीन से चार फीट तक बर्फ जमी हुई है। आने वाले दिनों में भी बर्फबारी के आसार हैं। फरवरी अंतिम सप्ताह में लोक निर्माण विभाग प्रखंड गुप्तकाशी केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर देगा।
इसके अलावा मार्च 15 तक केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू होंगे। वहीं, लिनचोली, रुद्राबैंड व केदारनाथ धाम में कई स्थानों पर आठ फीट तक बर्फ जमी है। इन स्थानों पर बर्फ काटकर बर्फ के ऊपर से पैदल मार्ग बनाया जाएगा। इसके लिए तीन सौ से अधिक मजदूरों को बर्फ हटाने के कार्य में लगाया जाएगा।
गौरतलब है की इस बार केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पूर्व धाम में कई निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य भी रखा गया है। इसमें सरस्वती नदी पर पुल निर्माण, तीर्थपुरोहितों के घर, मंदिर समिति का भवन समेत कई निर्माण हैं, जो यात्रा शुरू होने से पूर्व तैयार किए जाने हैं। इसके आवाला केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली, भीमबली, समेत कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग पर निर्माण कार्य किया जाना है। पैदल मार्ग की मरम्मत व पुश्ते लगाए जाने हैं।
लोनिवि प्रखंड गुप्तकाशी अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण के अनुसार, भीमबली से लेकर केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग पर बर्फ जमी है, जिसे हटाने का कार्य फरवरी अंतिम सप्ताह या मार्च प्रथम सप्ताह में शुरू कर दिया जाएगा। केदारनाथ धाम में दिसंबर में बंद हुए पुनर्निर्माण कार्य 15 मार्च से शुरू कर दिए जाएंगे।