प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज ऐसा लगा कि पूरी अयोध्या नगरी ही सड़क पर उतर आई हो. इस प्यार और स्नेह के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. देशवासियों की तरह मैं भी उत्सुक हूं.
अयोध्या के लिए आज बेहद खास दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां आज 15,700 करोड़ रुपये से अधिक के कुल निवेश वाली कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि आज ऐसा लगा कि पूरी अयोध्या नगरी ही सड़क पर उतर आई हो. इस प्यार और स्नेह के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. अयोध्या की सड़कों पर लोगों की उत्सुकता देख खुशी हुई. देशवासियों की तरह मैं भी उत्सुक हूं. पीएम मोदी ने बताया कि 30 दिसंबर को दिन बेहद खास है, क्योंकि आज ही के दिन 1943 में नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अंडमान में झंडा फहराकर आजादी का युद्धघोष किया था.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है. ऐसे में आयोध्यावासियों में अति-उत्साह स्वाभाविक है. भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं. मैं भी आपकी तरह ही उत्सुक हूं.”
भारत की विरासत को संभालने का संदेश देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज यहां 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े ये काम आधुनिक अयोध्या को देश के नक्शे पर फिर से गौरव के साथ स्थापित करेंगे. दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना ही होगा. हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है. इसलिए आज का भारत, पुरातन और नूतन दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है.”
रामलला के टेंट में विराजमान होने को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे. आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं, बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है. आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है. आज देश में सिर्फ केदार धाम का पुनरुद्धार ही नहीं हुआ है, बल्कि 315 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज भी बने हैं. आज देश में महाकाल महालोक का निर्माण ही नहीं हुआ है, बल्कि हर घर जल पहुंचाने के लिए पानी की 2 लाख से ज्यादा टंकियां भी बनवाई गई हैं.”