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Uttarakhand Traffic System: दिल्ली की तरह होगी उत्तराखंड के तीन शहरों की यातायात व्यवस्था, Google संभालेगा ट्रैफिक।

Uttarakhand Traffic System दिल्ली की तर्ज पर अब देहरादून हल्द्वानी व हरिद्वार में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से यातायात व्यवस्था कंट्रोल करने की तैयारी है। देहरादून हल्द्वानी व हरिद्वार तीनों शहरों में जिस दिन जाम की स्थिति रहेगी या रूट डायवर्जन रहेगा लोकल पुलिस इसकी सूचना यातायात मुख्यालय को देगी जहां से सूचना गूगल को भेजकर जीपीएस में अपडेट कराया जाएगा।

दिल्ली की तर्ज पर अब देहरादून, हल्द्वानी व हरिद्वार में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से यातायात व्यवस्था कंट्रोल करने की तैयारी है। जीपीएस पर्यटकों व वाहन चालकों को बताएगा कि आगे जाम है या सड़क सुचारू है। पुलिस इसके लिए गूगल से एमओयू करने जा रही है।देहरादून, हल्द्वानी व हरिद्वार तीनों शहरों में जिस दिन जाम की स्थिति रहेगी या रूट डायवर्जन रहेगा, लोकल पुलिस इसकी सूचना यातायात मुख्यालय को देगी, जहां से सूचना गूगल को भेजकर जीपीएस में अपडेट कराया जाएगा। अभी तक यह व्यवस्था दिल्ली में है।

राजधानी समेत हल्द्वानी व हरिद्वार में वाहनों का सबसे अधिक दबाव रहता है। हरिद्वार में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। हल्द्वानी व नैनीताल में श्रद्धालुओं के अलावा पर्यटकों की आवाजाही से सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है।एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना है कि दिल्ली की तर्ज पर जीपीएस में शहर की यातायात व्यवस्था को अपडेट करने की तैयारी की जा रही है। अगर शहर में जाम रहा तो सूचना यातायात मुख्यालय भेज दी जाएगी। मुख्यालय अपने स्तर से गूगल से एमओयू कर रहा है।उन्होंने कहा कि जाम की स्थिति होने पर जीपीएस पर्यटकों को बता देगा कि कौन का रूट जाम से मुक्त है। यह भी बताएगा कि किस रूट को डायवर्ट किया गया है। इस व्यवस्था से राज्य में लोगों को सड़क पर चलते समय किसी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।

हर कोई जीपीएस का प्रयोग करने लगा है। मानिए अगर हल्द्वानी से कोई वाहन से नैनीताल जा रहा है और नैनीताल रोड पर जाम की स्थिति है। ऐसे में पुलिस यातायात मुख्यालय को जानकारी देगी। इस रूट को जीपीएस में अपडेट कर जाम दिखाया जाएगा, ताकि वाहन चालक दूसरा रूट पकड़ सके, जो बिल्कुल साफ होगा।हल्द्वानी में सड़कें छोटी हैं। इस कारण जाम अधिक रहता है। पर्यटन सीजन में स्थिति बेकाबू हो जाती है। पुलिस, सिटी पेट्रोलिंग यूनिट व यातायात पुलिस की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। जीपीएस से यातायात चलेगा तो हर किसी को मदद मिलेगी। पुलिस का बोझ भी कम होगा।जीपीएस से तीन शहरों की यातायात व्यवस्था सुधारने की तैयारी है। यातायात पुलिस काम कर रही है। इस पर्यटन सीजन तक जीपीएस में तीनों शहर में पल-पल की अपडेट मिलने की उम्मीद है।

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