देहरादून में 9 नवंबर को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में 20 करोड़ से अधिक की डकैती के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने बिहार से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों से पूछताछ में पता चला है कि यह डकैती बिहार की जेल में बंद सुबोध गैंग ने की थी।
पूछताछ में पता चला है कि सुबोध गैंग का सरगना सुबोध बिहार की जेल में बंद है। वह जेल से ही अपने गैंग को चलाता है। इस गैंग ने पहले भी कई जगहों पर डकैती की है।
देहरादून में हुई डकैती के लिए भी सुबोध ने योजना बनाई थी। उसने अपने गैंग के सदस्यों को डकैती के लिए तैयार किया और उन्हें हथियार भी मुहैया कराए।
डकैती की दिनांक 9 नवंबर को सुबोध गैंग के सदस्यों ने देहरादून पहुंचकर रिलायंस ज्वैलरी शोरूम को निशाना बनाया। सुबह 10:30 बजे जब शोरूम खुला तो चार बदमाश अंदर घुस गए। उन्होंने शोरूम में मौजूद कर्मचारियों को पिस्टलों के बल पर बंधक बना लिया और अंदर से 20 करोड़ से अधिक के गहने लूट ले गए।
डकैती के बाद बदमाश कार से फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने बिहार में छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों से पूछताछ में डकैती की पूरी योजना का खुलासा हुआ है।
पुलिस अब अन्य बदमाशों की तलाश में जुटी है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सुबोध गैंग की करतूत
सुबोध गैंग एक कुख्यात गैंग है। इस गैंग ने पहले भी कई जगहों पर डकैती की है। सुबोध गैंग के सदस्य चोरी के वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। वे वारदात के बाद फर्जी आईडी वाले सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं ताकि उनकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।
सुबोध गैंग के सदस्यों पर बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई मामले दर्ज हैं। पुलिस इस गैंग के सभी सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है।
दून में डकैती के बाद सीएम ने अपनाया था सख्त रुख
देहरादून में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अपनाया था। उन्होंने पुलिस के अफसरों से कड़ी नाराजगी जताई थी। उन्होंने पुलिस को जल्द खुलासे के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री के दबाव में पुलिस ने इस मामले में तेजी से जांच की और दो संदिग्धों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।