UP News यूपी के रामपुर में एंटी करप्शन टीम ने मुकदमे में धाराएं कम करने के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते दारोगा को रंगे हाथों पकड़ लिया। गंज कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला घेर पीपल वाला निवासी अकरम खां की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की है। चौकी से उन्हें लेकर सिविल लाइंस कोतवाली आ गई। यहां दारोगा से पूछताछ की जा रही है।
एंटी करप्शन टीम ने मुकदमे में धाराएं कम करने के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते दारोगा को रंगे हाथों पकड़ लिया है। गंज कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला घेर पीपल वाला निवासी अकरम खां की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की है। पीड़ित ने बताया कि उनके साले जमीर खां ने 13 दिसंबर 2022 को गंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। साले का जमीन के विवाद को लेकर मुकदमा चल रहा था। आरोपितों ने उनके साथ मारपीट की थी। साले की तहरीर पर पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी। पुलिस ने विवेचना में खेल कर दिया। आरोपित पक्ष से मिलकर उल्टा साले के खिलाफ ही आईपीसी की धारा 420, 467 और धारा 468 (धोखाधड़ी, जालसाजी व कूटरचित दस्तावेज बनाना) में मुकदमा दर्ज कर दिया। साले द्वारा दर्ज मुकदमे में वह भी गवाह थे। मुकदमे की जांच गंज कोतवाली के चौकी पाखड़ प्रभारी सुधीर कुमार दिवाकर कर रहे थे।
आरोप है कि चौकी प्रभारी मुकदमे में धाराएं निकालने के बदले 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। इस पर उन्होंने एंटी करप्शन बरेली में शिकायत की। एंटी करप्शन ने टीम मंगलवार को यहां पहुंची। इंस्पेक्टर नवल सिंह ने शिकायतकर्ता अकरम खां के जरिए दारोगा को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। 10 हजार रुपये पर पाउडर लगाकर उन्हें दारोगा को देने के लिए चौकी भेज दिया। शिकायतकर्ता द्वारा जैसे ही रकम उन्हें दी गई। तब ही एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को दबोच लिया। चौकी से उन्हें लेकर सिविल लाइंस कोतवाली आ गई। यहां दारोगा से पूछताछ की जा रही है।