आतिशी ने कहा, “अगर सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा जाता है, तो हम कोर्ट से परमिशन लेकर जेल में ही कैबिनेट मीटिंग करेंगे.” उन्होंने बताया कि सीएम केजरीवाल ने कहा कि वह हमारे प्रस्ताव पर पार्षदों से चर्चा करेंगे और पंजाब के विधायकों से भी राय लेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को शराब नीति केस (Delhi Liquor Policy) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2 नवंबर को पेश होने के लिए नोटिस भेजा था. हालांकि, केजरीवाल नहीं पेश नहीं हुए थे. एक रैली में केजरीवाल कह चुके हैं कि उन्हें हर दिन अरेस्ट किए जाने की धमकी मिलती है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने सोमवार को कहा कि पार्टी के सभी विधायकों ने अरविंद केजरीवाल से दिल्ली का मुख्यमंत्री बने रहने का आग्रह किया है, भले ही उन्हें जांच एजेंसी गिरफ्तार कर ले.सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के विधायकों के साथ मीटिंग की. इस मीटिंग के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने ऐलान किया कि गिरफ्तार होने पर भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे. उन्होंने कहा, “हम लोगों के बीच जा रहे हैं, लोग खुद यह बात कहे हैं कि अरविंद केजरीवाल के साथ ज्यादती हो रही है. इसीलिए आज सब विधायकों ने सीएम से आग्रह किया है कि वे भले जेल चले जाएं, लेकिन सीएम वे ही रहेंगे, क्योंकि उन्हें दिल्लीवालों ने चुना है.”
पत्रकारों से बातचीत में मंत्री आतिशी ने कहा, “अगर सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा जाता है, तो हम कोर्ट से परमिशन लेकर जेल में ही कैबिनेट मीटिंग करेंगे.” उन्होंने बताया कि सीएम केजरीवाल ने कहा कि वह हमारे प्रस्ताव पर पार्षदों से चर्चा करेंगे और पंजाब के विधायकों से भी राय लेंगे. वहीं, दिल्ली सरकार (Delhi Government) में मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bharadwaj) ने शराब नीति मामले में ईडी (ED) की ओर से सीएम केजरीवाल को भेजे गए समन पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि बीजेपी को सबसे ज्यादा दिक्कत आम आदमी पार्टी से है.सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कहा ‘‘अगर वह गिरफ्तार होते हैं, तो भी वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे, क्योंकि दिल्ली की जनता ने सरकार चलाने के लिए उन्हें जनादेश दिया है.”
भारद्वाज ने कहा, “जितने मुकदमे आप के विधायकों और मंत्रियों पर हुए और जिस तरीक से अब सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है, उससे साफ है कि बीजेपी को उनसे डर लगता है. अगर बीजेपी और प्रधानमंत्री को किसी से डर है सत्ता का, तो वो अरविंद केजरीवाल हैं. वो चाहते हैं कि किसी तरीके से दिल्ली की सत्ता से अरविंद केजरीवाल को हटाया जाए. वे जान गए हैं कि अगर केजरीवाल को सत्ता से हटाना है तो चुनाव लड़कर तो बीजेपी नहीं हटा सकती है, साजिश करके हटाया जा सकता है.”आप के मंत्री ने कहा, ‘‘इन सभी (विधायकों) की एकमत से राय थी कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरविंद केजरीवाल से डरे हुए हैं. बीजेपी जानती है कि वह चुनाव के जरिए केजरीवाल को सत्ता से बाहर नहीं कर सकती और ऐसा सिर्फ साजिश रचकर ही किया जा सकता है.” भारद्वाज ने कहा कि अधिकारी बैठक करने के लिए जेल में ही जाएंगे और ‘‘अगर हमें बुलाया जाएगा, तो हमें जाने में खुशी होगी.”
उन्होंने कहा, ‘‘हालात ऐसे लग रहे हैं कि हम भी जल्द ही जेल में होंगे. इसलिए यह संभव हो सकता है कि आतिशी को जेल नंबर-2 में रखा जाएगा और मुझे जेल नंबर-1 में और हम जेल के अंदर ही कैबिनेट की बैठकें करेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली की जनता के लिए होने वाले कामों को रोका नहीं जाए.”
मनी लॉन्ड्रिंग के एक अलग मामले में ईडी ने हाल में दिल्ली के मंत्री राजकुमार आनंद के आवास पर भी छापा मारा था. ईडी ने पार्टी सांसद संजय सिंह को हाल ही में कथित आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में उनके आवास पर घंटों की छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था.