कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो पिछले तीन-चार दिनों के दौरान लगातार दूसरे देशों के प्रमुखों के साथ वार्ता कर रहे हैं और इस वार्ता में भारत से जुड़े मुद्दे को निश्चित तौर पर उठा रहे हैं। ट्रुडो ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक यूएई के प्रेसिडेंट शेख मोहमेद बिन जायेद जोर्डन के किंग अबदुल्लाह द्वितीय के साथ वार्ता में कनाडा और भारत के बीच चल रहे तनाव का मुद्दा उठा चुके हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो सार्वजनिक तौर पर तो यह कह रहे हैं कि वह भारत के साथ तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते लेकिन उनके कदम कुछ और ही कहानी कह रहे हैं। पिछले तीन-चार दिनों के दौरान पीएम ट्रुडो लगातार दूसरे देशों के प्रमुखों के साथ वार्ता कर रहे हैं और इस वार्ता में भारत से जुड़े मुद्दे को निश्चित तौर पर उठा रहे हैं।
अभी तक ट्रुडो ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक, यूएई के प्रेसिडेंट शेख मोहमेद बिन जायेद, जोर्डन के किंग अबदुल्लाह द्वितीय के साथ वार्ता में कनाडा और भारत के बीच चल रहे तनाव का मुद्दा उठा चुके हैं। माना जा रहा है कि ट्रुडो ये कदम भारत पर कूटनीतिक दबाव बनाने के लिए उठाया है। हालांकि, भारत के रूख पर इसका कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। कनाडा के नई दिल्ली उच्चायोग से कूटनयिकों की संख्या भारत के निर्देश के मुताबिक घटाई जा रही है।
कनाडा के पीएम की तरफ से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निज्जर हत्याकांड मामले में किस तरह से भारत पर निशाना लगाया जा रहा है इसे इस बात से समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी हर विज्ञप्ति में इसका जिक्र होता है। सभी विज्ञप्तियों में यह जानकार सामान तौर पर होती हैं कि अंतरराष्ट्रीय कानून और विएना संधि का पालन करना कितना जरूरी है।
आधिकारिक तौर पर भारत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि, पीएम ट्रुडो अपनी घरेलू राजनीति में यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह निज्जर मामले में भारत पर दबाव बनाने में जुटे हैं। जोर्डन जैसे देश के शासक के साथ वार्ता में भी ट्रुडो ने भारत के साथ चल रहे विवाद को उठाने का मतलब यही है। इसी तरह से ब्रिटिश पीएम सुनक साथ वार्ता में भी ट्रुडो ने भारत के साथ अपने विवाद पर प्रमुखता से बात की है। उन्हें यह उम्मीद है कि पीएम सुनक अपनी आगामी भारत दौरे में भारतीय नेताओं के साथ इस बारे में बात करेंगे।
अधिकारियों का कहना है कि असलियत में पीएम ट्रुडो आधिकारिक तौर पर भारतीय एजेंसियों पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाने से पहले भी कुछ राष्ट्र प्रमुखों से बात की थी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से खास तौर पर इस बारे में उनकी चर्चा हुई थी।
कनाडा की विदेश मंत्री ने भी अमेरिकी विदेश मंत्री से इस बारे में बात की थी। दूसरी तरफ, अभी तक भारतीय विदेश मंत्री की इस बारे में सिर्फ अमेरिकी विदेश मंत्री से बात हुई है। सनद रहे कि जब से पीएम ट्रुडो ने भारतीय एजेंसियों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया है तब से दोनो देशों के बीच रिश्ते काफी खराब हो चुके हैं। भारत ने कनाडा के नागरिकों को वीजा देना बंद कर दिया है और नई दिल्ली स्थित कनाडा के उच्चायोग में राजनयिकों की संख्या घटाने का निर्देश दे चुका है।