उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लता मंगेशकर और भगत सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, “राष्ट्रप्रेम एवं संगीत के प्रति समर्पित, सुर साम्राज्ञी, विख्यात पार्श्व गायिका, भारत रत्न से अलंकृत लता मंगेशकर जी की जयंती पर सादर नमन। संगीत के क्षेत्र में आपके द्वारा दिया गया योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने हिंदी सिनेमा को कई यादगार गाने दिए। भगत सिंह जी को भी उनकी जयंती पर नमन। उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान दिया।”
राष्ट्रप्रेम एवं संगीत के प्रति समर्पित, सुर साम्राज्ञी, विख्यात पार्श्व गायिका, भारत रत्न से अलंकृत लता मंगेशकर जी की जयंती पर सादर नमन।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 28, 2023
संगीत के क्षेत्र में आपके द्वारा दिया गया योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।
लता मंगेशकर को “सुर साम्राज्ञी” के नाम से जाना जाता था। वह भारतीय सिनेमा की सबसे लोकप्रिय और सफल गायिका थीं। उन्होंने अपने करियर में 50,000 से अधिक गाने गाए, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है। उन्होंने हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, ओडिया, असमिया और पंजाबी सहित कई भाषाओं में गाने गाए।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज भगत सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, “देशभक्ति एवं पराक्रम के अद्वितीय प्रतीक, माँ भारती की स्वतंत्रता एवं सम्मान के लिए अल्पायु में ही फांसी के फंदों को चूमने वाले अमर बलिदानी भगत सिंह जी की जयंती पर शत्-शत् नमन। । उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान दिया। उनके साहस और बलिदान से देश के युवाओं को प्रेरणा मिलती है।”
देशभक्ति एवं पराक्रम के अद्वितीय प्रतीक, माँ भारती की स्वतंत्रता एवं सम्मान के लिए अल्पायु में ही फांसी के फंदों को चूमने वाले अमर बलिदानी भगत सिंह जी की जयंती पर शत्-शत् नमन। pic.twitter.com/UGfnDMewax
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 28, 2023
भगत सिंह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नायक थे। उन्हें “शहीद-ए-आजम” के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में भाग लिया। उन्होंने 23 मार्च, 1931 को लाहौर में ब्रिटिश सरकार द्वारा फांसी दी गई थी।
भगत सिंह के विचार और आदर्श आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। वे एक ऐसे व्यक्ति थे जो अपने देश के लिए कुछ भी करने को तैयार थे। उन्होंने अपनी जान तक दे दी ताकि भारत को आजादी मिल सके।