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देहरादून में मरीजों को अब सस्ती दवाइयों के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। क्योंकि राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में जन औषधि केंद्र खुल गया है। इसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने किया। यहां मरीजों को 20 से 80 प्रतिशत तक सस्ती दवाइयां मिलेंगी।

जन औषधि केंद्र के उद्घाटन के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि जन औषधि केंद्रों का उद्देश्य आम लोगों तक सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराना है। इन केंद्रों पर मिलने वाली दवाइयां गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। जन औषधि केंद्र मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। यहां मरीजों को 20 से 80 प्रतिशत तक सस्ती दवाइयां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में मरीजों को सभी प्रकार की जरूरी दवाइयां उपलब्ध होंगी।

जन औषधि केंद्रों के लाभ

जन औषधि केंद्रों के निम्नलिखित लाभ हैं:

  • मरीजों को सस्ती दवाइयां मिलती हैं।
  • मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित दवाइयां मिलती हैं।
  • मरीजों को दवाइयों के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ता है।
  • जन औषधि केंद्रों से रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।

जन औषधि केंद्र कहां हैं?

जन औषधि केंद्र भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं। इन केंद्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उत्तराखंड में भी जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

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