एशिया कप 2023 में भारतीय टीम की जीत का सिलसिला जारी है। पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप स्टेज का पहला मुकाबला धुलने के बाद टीम इंडिया ने लगातार तीन मैच जीते हैं। इनमें ग्रुप स्टेज में नेपाल के खिलाफ 10 विकेट से जीत, फिर सुपर फोर राउंड में पाकिस्तान पर 228 रन और श्रीलंका पर 41 रन की जीत शामिल हैं। हालांकि, इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ (सुपर4) मैच को छोड़कर विराट कोहली का बल्ला कुछ खास नहीं चला है। पाकिस्तान के खिलाफ अहम मुकाबले में विराट ने 94 गेंदों में नौ चौके और तीन छक्के की मदद से नाबाद 122 रन बनाए। इस पारी ने पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया।
यह कोई नया नहीं है जब विराट का बल्ला खासतौर पर पाकिस्तान के खिलाफ मैच में चला हो। इससे पहले भी कई बार वह भारत के चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खूब रन बना चुके हैं। पिछले साल टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मेलबर्न में उनकी मैच जिताऊ पारी को कौन भूल सकता है। हालांकि, इन तमाम पारियों के बावजूद विराट पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय हैं। वह वहां के सबसे पसंदीदा क्रिकेटर में से एक हैं।
पाकिस्तानी फैंस जब भी भारत के खिलाफ अपनी टीम का मैच देखने आते हैं, दिल में भले उनके पाकिस्तान की जीत को लेकर जज्बा रहता हो, लेकिन वह विराट की बैटिंग देखकर भी खुश हो जाते हैं। भले ही इससे उनकी टीम क्यों न हारी हो। पाकिस्तानी फैंस कभी भी विराट की तारीफ करने से नहीं चूकते। आखिर ऐसी क्या वजह है जो भारत का यह दिग्गज बल्लेबाज पड़ोसी मुल्क में भी इतना लोकप्रिय है। अल जजीरा ने पाकिस्तानी लोगों से इस बारे में बातचीत की और इसकी वजह जानने की कोशिश की।
कराची के रहने वाले अली कहते हैं- पाकिस्तान की टीम भले ही भारत से हार गई हो, लेकिन वह अपने पसंदीदा भारतीय क्रिकेटर की झलक पाकर भी बेहद खुश हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि पूरा पाकिस्तान विराट कोहली से प्यार करता है। इसका सीधा सा कारण है- वह राजनीति को दोस्ती के रास्ते में नहीं आने देते। वह हमारे खिलाड़ियों के साथ जिस तरह का व्यवहार करते हैं और उनके साथ जिस तरह से मिलकर बातचीत करते हैं, वह सबको दिखता है। इसलिए हमें भी उनका गर्मजोशी से स्वागत करना चाहिए।
दरअसल, जब भी भारत-पाकिस्तान का मैच होता है, विराट को पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हंसी मजाक और बातचीत करते हुए देखा जा सकता है। इस बार भी ग्रुप स्टेज के दौरान वह पाकिस्तानी खिलाड़ियों से मिले थे और उनसे बातचीत की थी। इसको लेकर गौतम गंभीर नाराज भी हुए थे। उन्होंने कहा था कि दोस्ती मैदान के बाहर दिखानी चाहिए। इसको लेकर गंभीर की खूब आलोचना भी हुई थी।