उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने हरिद्वार में एक नकली दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस फैक्ट्री से करीब 25 लाख रुपये कीमत की नकली एंटीबायोटिक दवाइयां और 25 लाख रुपये की दवाइयां बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे कच्चे माल की खेप बरामद की गई है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
एसटीएफ के मुताबिक, काफी समय से एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को हरिद्वार में नकली दवाएं बनाने की सूचना मिल रही थी। इसकी गोपनीय तरीके से जांच करवाई गई तो मामला सही पाया गया।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को हरिद्वार के मतलबपुर गांव में छापामारी की। यहां से एक घर में चल रही नकली दवा फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ। इस फैक्ट्री से करीब 25 लाख रुपये कीमत की नकली एंटीबायोटिक दवाइयां और 25 लाख रुपये की दवाइयां बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे कच्चे माल की खेप बरामद की गई।
छापेमारी के दौरान मौके से एक आरोपी अमित धीमान को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मतलबपुर गांव का ही रहने वाला है।
एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह पिछले कई महीनों से इस फैक्ट्री में नकली दवाएं बना रहा था। वह इन दवाओं को कुरियर के माध्यम से अलग-अलग राज्यों में बेचता था।
एसटीएफ ने मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।
नकली दवाओं का सेवन खतरनाक होता है। ये दवाएं असली दवाओं की तरह काम नहीं करती हैं और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं। इसलिए, नकली दवाओं से बचना चाहिए।
नकली दवाओं की पहचान कैसे करें?
- नकली दवाओं की पैकेजिंग में अक्सर गलतियाँ होती हैं, जैसे कि गलतियाँ भाषा, छपाई या लेबलिंग में।
- नकली दवाओं की कीमत अक्सर असली दवाओं की तुलना में बहुत कम होती है।
- नकली दवाओं की तारीख अक्सर कम होती है।
नकली दवाओं का सेवन करने से बचने के लिए, दवाएँ केवल लाइसेंस प्राप्त फार्मेसियों से खरीदें