खबर उत्तराखंड से जहाँ चमोली एसटीपी हादसे में 16 व्यक्तियों की मौत के बाद एसटीपी में सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारों की निद्रा टूटी है। इसके चलते रुद्रप्रयाग में पांच एसटीपी का संचालन बंद करा दिया गया है।
जी हाँ,इनमें निरीक्षण के दौरान विद्युत सुरक्षा समेत कई खामियां पाई गई थीं। प्लांट संचालकों को शीघ्र इन खामियों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद ही प्लांटों का संचालन दोबारा शुरू किया जा सकेगा।
बता दें की जिले में नमामि गंगे परियोजना के तहत अलकनंदा नदी के किनारे छह एसटीपी बनाए गए हैं। इनमें से एक प्लांट वर्ष 2021 में भूस्खलन की घटना के बाद से बंद है। संचालित हो रहे पांच अन्य एसटीपी का चमोली में हुए हादसे के बाद पेयजल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। इस दौरान वहां कई खामियां मिलीं।
वहीं अधिकारियों ने तत्काल उनका संचालन बंद करा दिया। साथ ही संचालकों को निर्देश दिया कि सुरक्षा मानक पूरे होने पर ही एसटीपी का संचालन शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। जल संस्थान के महाप्रबंधक एएस अंसारी और अधिशासी अभियंता अनीस पिल्लई ने, जबकि पेयजल निगम श्रीनगर के परियोजना प्रबंधक रविंद्र गंगारी ने प्लांटों का निरीक्षण किया।
दरअसल,पेयजल निगम श्रीनगर के परियोजना प्रबंधक रविंद्र गंगारी ने बताया कि सभी एसटीपी में सुरक्षा मानकों की गहनता से जांच की गई है। निरीक्षण में जो कमियां पाई गई हैं, उन्हें ठीक करने के बाद ही प्लांटों का संचालन किया जाएगा।
रुद्राबैंड के पास, डाट पुल के समीप, मुख्य बाजार, बेलनी पुल के समीप, बेलनी बाजार। गुलाबराय क्षेत्र में अनूप नेगी स्कूल के पास बना प्लांट वर्ष 2021 से बंद है।