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प्रदेश में देवभूमि जनसेवा केंद्र पिछले 1 साल में डिजिटल भुगतान का बड़ा जरिया बनकर उभरा है। इन केंद्रों के जरिए से 1 साल में 602 करोड रुपए का लेनदेन किया गया है। जो कि अब तक का सबसे बड़ा भुगतान है। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2022 से 23 मई 22,244 जनसेवा पंजीकृत है, जिनमें 12213 सक्रिय है इनमें 12073 केंद्र ऐसे हैं ,जिनका संचालन महिलाएं कर रहीं हैं।

ग्राम पंचायतों में 9033 सक्रिय जनसेवा केंद्र स्थापित है। वित्तीय वर्ष में इन सीएससी से 56लाख 29 हजार
ट्रांजैक्शन किए गए हैं जिनसे 602 करोड रुपए का लेनदेन हुआ है यह अब तक का सबसे उच्च स्कोर है इससे पता चलता है कि प्रदेश में तेजी से डिजिटल भुगतान का प्रचलन बढ़ता जा रहा है।

चार लाख से ज्यादा को प्रमाण पत्र किए जारी

दूसरी तरफ प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के चलते पांच लाख 6हज़ार ग्रामीण लाभार्थियों को डिजिटल साक्षरता प्रदान करने का लक्ष्य रखा था। जिसके चलते 7लाख 87 हजार को पंजीकृत किया जा चुका है इनमें से छह लाख 678 हजार 556 को परीक्षित किया जा चुका है जबकि 4698 हजार 708 को प्रमाण पत्र जारी कर दिए हैं।

इस तरह की 186 जनसेवा ए मिलती है देवभूमि जनसेवा केंद्रों पर

राज्य व केंद्र की सभी गवर्नमेंट टू सिटीजन सेवाएं बैंकिंग सेवाएं शिक्षण संबंधित सेवाएं चिकित्सा सेवाएं बीमा सेवाएं स्किल डेवलपमेंट रोजगार आवेदन की सेवाएं परीक्षण का कोर्स ट्रैवल बुकिंग सेवाएं गोल्डन कार्ड श्रम योगी मानधन योजना पंजीकरण प्रधानमंत्री किसान मानधन पंजीकरण प्रधानमंत्री किसान निधि पंजीकरण आर्थिक गणना आदि।

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