Demo

उत्तराखंड में पहाड़ के यात्रियों को रोडवेज की बस सेवाओं लाभ नहीं मिल पा रहा है। जी हाँ,रोडवेज नेताओं की सिफारिश सेवाएं तो शुरू करता है, लेकिन कुछ दिन बाद उसे बंद भी कर देता है। पौड़ी के खिर्सू के लिए शुरू हुई बस सेवा भी दस दिन में दम तोड़ गई। यह सेवा इसलिए बंद की गई क्योंकि ड्राइवर-कंडक्टर को सस्ते खाने और रहने की सुविधा नहीं मिल पा रही है।


आपको बता दें की देहरादून से खिर्सू के लिए अक्तूबर के पहले हफ्ते में बस सेवा शुरू करी गई थी। लेकिन 17 अक्तूबर को यह बस सेवा बंद कर दी गई। वहीं मामले में रोडवेज प्रबंधन का कहना है कि ड्राइवर-कंडक्टर को प्रति व्यक्ति 140 रुपये रात्रि भत्ता मिलता है। यह खाने और रहने के लिए दिया जाता है। लेकिन खिर्सू में एक व्यक्ति के खाने और रहने पर 400 से 500 रुपये तक खर्चा आ रहा है, जिसे ड्राइवर-कंडक्टर नहीं चुका पा रहे हैं, इसलिए बस सेवा बंद हुई है।

यह भी पढ़े -**स्वास्थ्य शिविर के समापन के बाद लौट रही थी डॉक्टरों की टीम,अनियंत्रित होकर गाड़ी खाई में गिरी*


वहीं पर्वतीय डिपो के सहायक महाप्रबंधक गजेंद्र कठैत ने कहा की खिर्सू में ड्राइवर-कंडक्टरों को सस्ते खाने और रहने की सुविधा नहीं मिल पा रही है, इसलिए बस सेवा बंद हो गई। बाकी सेवाएं बसों की कमी के कारण नहीं चल पा रही हैं। खिर्सू में यदि ड्राइवर-कंडक्टर के खाने-रहने की व्यवस्था हो जाती है तो सेवा शुरू कर दी जाएगी।

Share.
Leave A Reply