एक खबर सामने आई है जिसमें बताया जा रहा है कि नशेड़ी दोस्तों ने आमानवता की सारी हदें पार कर दी। एक दोस्त ने अपने दोस्त के खाने में जहर मिला दिया और फिर हत्यारे को लगा कि दोस्त बच न जाए या किसी को बता न दें तो वह वहीं उसी कमरे में खड़े होकर उसे तड़पते हुए मरता हुआ देखता रहा। पुलिस ने करीबन ढ़ाई महीने बाद फोरेंसिक तरीके से बेहद भयानक तौर से करी हुई हत्या का खुलासा करते हुए यह दावा किया है।
सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी में खटीमा निवासी पियूष और अभिषेक सिंह के बीच करीबन 3 साल पहले नशा करने को लेकर दोस्ती हुई। दोनों ही नशीले इंजेक्शन और स्मैक आदि के नशे करते थे। यह भी सामने आया है कि करीबन छह महीने पहले दोनों दोस्त को नशा करते अभिषेक की मां ने देख लिया था। तब मौके पर पहुँचकर अभिषेक तो भाग गया था लेकिन पीयूष को अभिषेक की माँ ने पकड़ लिया था और पीयूष को पीटा भी था और उसे अभिषेक से दूर रहने को कहा था।
इस बात पर पीयूष ने अभिषेक से उसकी माँ के संबंध में भला बुरा कहा जो अभिषेक को बिल्कुल अच्छा नहीं लगा। इस पर उसने उससे बदला लेने की साजिश की साजिश के तहत उसने 1 मई 2022 को अभिषेक पीयूष के छत पर स्थित किराये के कमरे में आया और उसने पीयूष की दाल में घर से लाए जहर को मिला दिया। खाने के बाद पीयूष की हालत बिगड़ने लगी तो अभिषेक उसे तड़प तड़प कर मरता हुआ देख रहा था। एसपी मंजूनाथ टीसी के मुताबिक बताया गया है कि अभिषेक ने पूछ्ताछ में बताया कि पीयूष को जहर देने के बाद वह भाग सकता था लेकिन अगर वह बच जाता या कोई उसकी मदद कर देता, इसलिए वह उस कमरे में ही बैठा रहा।
अभिषेक ने यह भी बताया कि घटना के दिन उसके मन में एक बार पीयूष को सल्फास ना खिलाने की बात भी मन में आई थी, लेकिन उसने एक बार फिर उसकी माँ के लिए अपशब्द कहे। इसे लेकर दोनों में बहुत बहस हुई। जिसके बाद मौका मिलते ही उसने पीयूष की दाल में जहर मिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। एसएसपी ने हत्या का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 2500 का इनाम देने की घोषणा की है। टीम में थाना अध्यक्ष पतन नगर राजेंद्र सिंह दांगी। सिडकुल चौकी प्रभारी पंकज कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल हैं।
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ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा सीओ सिटी अभय सिंह ने बताया कि 2 मई को पीयूष की मौत के बाद मौका मुआयना करते हुए कमरे में एविल के नशीले इंजेक्शन तथा पीयूष की थाली में के चावल दाल मिले थे, जिसे टीम ने जांच के लिए एफएसएल देहरादून भेजा था जहाँ दाल से सल्फास मिलने की पुष्टि हुई है। इसके बाद ही पुलिस हत्यारे तक पहुंच पाई।