उत्तराखंड में 1जुलाई से single use plastic पर पाबंदी लगा दी गई है जिसके बाद अब सरकार single use plastic के विकल्पों पर अध्ययन करेगी और विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी भी देने जा रही है। बुधवार को सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू की अध्यक्षता में हुई बैठक में single use plastic के उपयोग को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फ़ोर्स टीम बनाई गई है।यह टास्क फ़ोर्स के साथ मुख्य सचिव की तीसरी बैठक थी।
बता दें की बैठक में बताया गया की सिर्फ सिंगल यूज़ प्लास्टिक ही नहीं, हर तरह के प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाने और जनता में जागरूकता फैलाने के लिए कुछ विशेष कदम उठाने ही चाहिए।मुख्य सचिव ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर लगी पाबंदी को सख़्ती से लागु करवाने की बात कही है।उन्होंने कहा है की प्लास्टिक के उद्योग से जुड़े लोगों और व्यापारियों को भी प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने की इस मुहिम में शामिल किया जाना चाहिए।
इसके लिए स्वयं सहायता समूह को शामिल करा जाए और योजनाएं तैयार की जाएं। प्लास्टिक के क्या -क्या विकल्प हो सकते हैं इस बारे में बात करते हुए कहा गया की इसके विषय में अध्ययन किया जाना चाहिए, तब जाकर विकल्पों के लिए सब्सिडी देकर बढ़ावा दिया जा सकता है। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, पीसीसीएफ विनोद कुमार, सचिव अरविन्द सिंह हाँकी, डॉ. पंकज कुमार पांडेय आदि कई अधिकारी मौजूद रहे।