उत्तराखंड परिवहन निगम के काशीपुर कार्यालय में एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। विजिलेंस की टीम ने अचानक छापा मारकर निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) अनिल सैनी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इस दौरान टीम ने सैनी के पास से 9,000 रुपये की रिश्वत बरामद की, जिसे वह अनुबंधित बसों के परिवर्तन के लिए मांग रहे थे।जानकारी के अनुसार, बसों के अनुबंध के संचालन से जुड़े एक शिकायतकर्ता मनीष अग्रवाल ने विजिलेंस विभाग को इस मामले की सूचना दी थी।
शिकायत में बताया गया था कि अनुबंधित बसों के संचालन में बदलाव करने के एवज में अनिल सैनी द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। विजिलेंस टीम ने इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए काशीपुर स्थित उत्तराखंड परिवहन निगम के कार्यालय में छापा मारा और एआरएम अनिल सैनी को रंगेहाथ पकड़ लिया। इस छापेमारी के दौरान सैनी से पूछताछ की जा रही है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
यह मामला उजागर होते ही परिवहन निगम के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। विजिलेंस टीम अब इस मामले में और भी संभावित संलिप्त लोगों की जांच कर रही है, ताकि भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सके। इस घटना ने उत्तराखंड परिवहन निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठने लगी है।
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