उत्तराखंड में खनन उद्योग आय का प्रमुख स्रोत है, और धामी सरकार के तहत उपखनिज खनन नियमावली के सरलीकरण से राजस्व वसूली में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 में राज्य सरकार ने खनन से 875 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा था। इस दौरान, खनन विभाग ने क्रमशः 472.35 करोड़ रुपये और 645.42 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली की।
2023-24 के पहले चार महीनों में 133.31 करोड़ रुपये की आय हुई, जो 2024-25 के पहले चार महीनों में बढ़कर 333.19 करोड़ रुपये हो गई, जो 67% की वृद्धि दर्शाती है। सरकार ने खनन नियमावली में सरलीकरण, ई-निविदा और सह-ई नीलामी के माध्यम से नए खनिज लाटों के आवंटन, और अवैध खनन की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं, जिससे आय में वृद्धि हुई है।
इसके अलावा, सरकार ने 45 माइन चेक पोस्ट स्थापित करने का निर्णय लिया है ताकि खनन कार्य को और अधिक पारदर्शी बनाया जा सके। खनन नीति में सरलीकरण के चलते निर्माण सामग्री की कीमतों में भी कमी आई है, जिससे आमजन को राहत मिली है। वर्ष 2024-25 के पहले चार महीनों में खनन से 333 करोड़ रुपये की आय दर्ज की गई है, जो पिछले वर्षों के मुकाबले काफी अधिक है।
वर्षवार खनन से राजस्व वसूली:
_वर्ष 2020-21: 396 करोड़ रुपये
– वर्ष 2021-22: 570 करोड़ रुपये
– वर्ष 2022-23: 472 करोड़ रुपये
– वर्ष 2023-24: 645 करोड़ रुपये
– वर्ष 2024-25 (पहले चार महीनों में):333 करोड़ रुपये