राजकीय प्राथमिक विद्यालय नगला बरकी डांडी में एक युवक ने छह साल की बच्ची को लंच टाइम के दौरान अगवा करने की कोशिश की। बच्ची कुछ दिनों के लिए ट्रायल में पढ़ने आई थी। युवक ने बच्ची का मुंह दबाकर उसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर फरार होने की कोशिश की, लेकिन स्कूल के प्रधानाध्यापक नानक सिंह और स्कूल स्टाफ ने तत्परता से पीछा कर अपहरणकर्ता को पकड़ लिया।
घटना के समय स्कूल में लंच का समय था, और सभी बच्चे खाना खा रहे थे। अचानक बच्ची के रोने की आवाज सुनकर प्रधानाध्यापक को लगा कि बच्चों में झगड़ा हो गया है। बाद में बच्चों के शोर मचाने पर उन्होंने समझा कि अपहरण की कोशिश हो रही है। प्रधानाध्यापक और नगला बाजार के लोगों ने युवक का पीछा किया और बरकी डांडी के पीछे टूटी हुई पुलिया के पास उसे दबोच लिया।
स्कूल स्टाफ ने बच्ची को सकुशल छुड़ाकर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी काशीपुर का बताया जा रहा है।
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अपहरणकर्ता को छोड़ने का दबाव: पीड़ित पिता का आरोप
बच्ची के पिता कुलविंदर सिंह ने प्रदेश और जिले के उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि पुलिस अपहरणकर्ता को छोड़ने के लिए दबाव बना रही है और उसकी रिपोर्ट नहीं लिख रही है। पिता ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से उचित कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस और प्रशासन का मौन
घटना के संबंध में थानाध्यक्ष देवेन्द्र गौरव से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। एसपी मनोज कत्याल और सीओ खटीमा का फोन भी स्वीच ऑफ मिला। फोन पर संपर्क होने के बाद उनका पक्ष लिया जाएगा।
इस घटना ने स्कूल सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस प्रशासन की तत्परता पर सवाल खड़े किए हैं। बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल और पुलिस को मिलकर और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।