Demo

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए राज्य में स्वच्छता के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य मार्च 2025 तक सभी गांवों में कचरा प्रबंधन की सुविधा शुरू करना है। इसके साथ ही, अब तक 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण 0किया गया है।मुख्यमंत्री ने देहरादून के परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान क्रॉस कंट्री मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बालिकाओं को किशोरी किट वितरित की और विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं।

स्वच्छ भारत मिशन को लेकर मुख्यमंत्री ने व्यक्त की सराहना

मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिवस पर बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने ऐतिहासिक नेतृत्व और दूरदर्शी दृष्टिकोण से स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की, जिसने पूरे देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ाया। मोदी के नेतृत्व में स्वच्छता को नए आयाम मिले हैं, और इसी कारण देशभर में करोड़ों शौचालयों का निर्माण हुआ और कचरा प्रबंधन की सुविधाओं का विस्तार हुआ है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड 2017 में देश का चौथा ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) राज्य बना, और तब से अब तक राज्य में स्वच्छता के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है।

उत्तराखंड में स्वच्छता की प्रगति

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि राज्य के 9000 से अधिक गांवों में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन का काम पूरा हो चुका है और 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाइयां स्थापित की गई हैं। अब सरकार का ध्यान राज्य के सभी गांवों में कचरा प्रबंधन की सुविधा को लागू करने पर है, जिसे मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

यह भी पढ़ें – उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में युवती ने पुल से पिंडर नदी में लगाई छलांग, सर्च अभियान जारी

Share.
Leave A Reply