देहरादून। टिहरी बांध जलाशय में क्रूज बोट संचालन को लेकर विवाद गरमाने लगा है, जब यह सामने आया कि इस प्रक्रिया में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र सुयश रावत ने भी आवेदन किया है। मंत्री ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि इस आवेदन प्रक्रिया में कुल 23 व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें से जांच के बाद छह व्यक्ति पात्र पाए गए, जिनमें उनके पुत्र भी शामिल हैं।
महाराज ने कहा कि आवेदन प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता बरती गई है, और इसे लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को उनके पुत्र के आवेदन से आपत्ति है, तो वे उनसे आवेदन वापस लेने का अनुरोध करेंगे।मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण ने क्रूज बोट संचालन के लिए खुले रूप से आवेदन मांगे थे, और अभी यह प्रक्रिया केवल आवेदन तक ही सीमित है। कुछ लोग इसे टेंडर बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सरकार की ओर से इस प्रक्रिया में किसी प्रकार का वित्तीय योगदान नहीं है।
महाराज ने कहा कि उनका पुत्र उत्तराखंड में निवेश कर स्थानीय लोगों को रोजगार देने का इच्छुक है, और उनके राजनीतिक जीवन में हमेशा से स्वच्छता और शुचिता रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेरणा स्रोत बताते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति में स्वच्छता होनी चाहिए, और इसी कारण वे अपने पुत्र से आवेदन वापस लेने का आग्रह करेंगे ताकि इस विवाद को और बढ़ावा न मिले।
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